अशफाक उल्ला खां को किया नमन

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने आजादी

By JagranEdited By: Publish:Sun, 22 Oct 2017 05:25 PM (IST) Updated:Sun, 22 Oct 2017 05:25 PM (IST)
अशफाक उल्ला खां को किया नमन
अशफाक उल्ला खां को किया नमन

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने आजादी के नायक अशफाक उल्ला खां की 117वीं जयंती पर अपने कार्यालय में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कपिल यादव, अमन यादव, अजय कुमार, प्रदीप यादव व कुमारी वर्षा ने भी क्रांतिकारी अशफाक उल्ला खां को अपने श्रद्धासुमन भेंट किए। विद्रोही ने कहा कि क्रांतिकारी अशफाक उल्ला खां का देश के आजादी आंदोलन में विशेष योगदान रहा है। वे उन क्रांतिकारियों में शामिल थे, जिन्होंने देश में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष करने की शुरूआत की थी। उनका जन्म 22 अक्टूबर 1900 को शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश में हुआ था। अमर शहीद रामप्रसाद बिस्मिल व शहीद अशफाक उल्ला खां की जोड़ी भारत के आजादी के आंदोलन के क्रांतिकारी इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। इन दोनो की अटूट दोस्ती व देश की आजादी के लिए मिलकर लड़ने का जज्बा आज भी युवा शक्ति को सामाजिक सदभाव बनाये रखते हुए देश के लिए काम करने की प्ररेणा देता है। विद्रोही ने कहा कि कट्टर आर्य समाजी पंडित रामप्रसाद बिस्मिल व अशफाक उल्ला खां की दोस्ती उस समय के माहौल में हिन्दू-मुस्लिम एकता की ऐसी मिसाल थी, जो आज भी प्रेरणा का स्त्रोत है। इन दोनो क्रांतिकारी शहीदों ने पूरे देश को उस समय संदेश दिया था कि अलग-अलग धार्मिक आस्था होने पर भी ना केवल व्यक्तिगत गहरी दोस्ती बन सकती है अपितु देश में सामाजिक सदभाव की सोच को अपनाकर ही अंग्रेजों को भारत से खदेड़ा जा सकता है।

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