सीएम तक पहुंचा थर्मल से तार चोरी का मामला, जवान हुआ था सस्पेंड

थर्मल से तार चोरी का मामला मुख्यमंत्री मनोहर लाल के संज्ञान में आ चुका है, इसलिए पावर स्टेशन में हड़कंप मचा है। उम्मीद की जा रही है कि एमडी स्तर के अधिकारी थर्मल आ सकते हैं।

By Ankit KumarEdited By: Publish:Thu, 20 Jul 2017 02:29 PM (IST) Updated:Thu, 20 Jul 2017 02:29 PM (IST)
सीएम तक पहुंचा थर्मल से तार चोरी का मामला, जवान हुआ था सस्पेंड
सीएम तक पहुंचा थर्मल से तार चोरी का मामला, जवान हुआ था सस्पेंड

जेएनएन, थर्मल। पानीपत थर्मल पावर स्टेशन से चार हजार मीटर तांबे की केबल तार चोरी का मामला तूल पकड़ चुका है। मामले को दबाए रखने वाले थर्मल प्रशासन ने अब आनन-फानन चार अधिकारियों की सीआइएसएफ के साथ टीम गठित कर दी है।

एक अधिकारी ने बताया कि तार चोरी का मामला मुख्यमंत्री मनोहर लाल के संज्ञान में आ चुका है, इसलिए पावर स्टेशन में हड़कंप मचा है। जल्द ही इस मामले की जांच के लिए एमडी स्तर के अधिकारी थर्मल आ सकते हैं। वहीं थर्मल चौकी पुलिस तार चोरी मामले में एक संदिग्ध युवक से पूछताछ कर रही है।

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पानीपत थर्मल पावर स्टेशन की यूनिट नंबर 1 से 4 तक को प्रदेश सरकार ने कंडम घोषित कर हमेशा के लिए बंद कर उस रास्ते को सील करवा रखा है। यहां से गत 7 जुलाई की रात को चार हजार मीटर तांबे की तार चोरी कर ली गई। तार की कीमत 18.80 लाख रुपये है। थर्मल में लगे सीसीटीवी कैमरे में पांच संदिग्ध युवक दिखाए दिए थे। इस मामले में सीआइएसएफ के एक जवान को सस्पेंड कर दिया गया।

टीम मामले की जांच में जुटी

पानीपत थर्मल पावर स्टेशन के मुख्य अभियंता सतीश कुमार वधवा ने बताया कि तांबे की तार चोरी के मामले की जांच के लिए उच्च अधिकारियों की टीम गठित कर दी है।

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घोटालों की सिर्फ जांच, नहीं हुई कार्रवाई

हरियाणा बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन प्रदेश महामंत्री जयबीर मान का दावा है कि थर्मल में गैस लीकेज, चोरी के कई मामले, घटिया लकड़ी का उपयोग, बिना जरूरत के करोड़ो के सामान की खरीद, सफाई ठेकेदार घोटाला और भवन निर्माण घोटाले की पांच साल से सिर्फ जांच चल रही है। इनमें कार्रवाई के नाम पर लीपापोती कर दी गई है।
 

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