पानीपत के इस गांव में विधवा बेचती थी जहरीली शराब, अब तक छह की जान गई
पुलिस ग्रामीणों को पता था महिला बेचती है शराब तब भी किसी ने नहीं रोका। महिला को पुलिस ने अब पकड़ा है। उसका पति भी शराब बेचता था। पुलिस कई बार खुद मकान में आई। तब दी गई थी क्लीचन चिट।
पानीपत, जेएनएन - धनसौली की विधवा सोनिया का गांव की फिरनी के पास ही मकान है। यहीं से वो शराब बेचती। दैनिक जागरण संवाददाता इस गांव में पहुंचे। यहां रहने वाले लोगों ने ही बताया कि अलग-अलग जगहों से यहां पुलिसकर्मी भी महिला के घर आते थे। अवैध शराब बेचे जाने की उन्हें पूरी खबर थी। गांव के लोगों को भी पता था कि तस्कर यहां शराब दे जाते हैं। पर कोई कुछ नहीं बोलता था। दरअसल, ग्रामीणों को डर रहता था कि शराब तस्करों और पुलिस तक पहुंच होने के कारण कहीं उन्हें ही नुकसान न हो जाए। पानीपत में जहरीली शराब से अब तक छह की मौत हो चुकी है। एक दिन पहले पांच मौत हुई थी। शुक्रवार रात को एक और की जान चली गई।
गांव में पिछले डेढ़ साल से सरेआम शराब बेची जा रही थी। ग्रामीणों ने बताया कि महिला के दो बच्चे हैं। महिला विधवा है, साथ ही कोई काम भी नहीं है। इस वजह से भी सभी चुप रहते। पर उन्हें ये नहीं मालूम था कि जहरीली शराब किसी की जान भी ले लगी।
घर से मिली बोतलें
चार लोगों की मौत के बाद जागी पुलिस एकाएक तलाशी लेने के लिए सोनिया के घर पहुंच गई। यहां से चार बोतलें मिली हैं। अब ये पता लगाया जा रहा है कि महिला के घर कौन शराब देकर जाता था।
ठेकों पर छापे, बोतलें चेक कीं
आबकारी विभाग भी मौतों के बाद ही जागा है। गांवों में लाइसेंस वाले खुर्दों पर स्टाक देखने शुरू कर दिए। इंस्पेक्टर पवन कुमार ने गांव धनसौली, साथ लगते गांव कुराड, सनौली सहित कई जगहों पर खुले शराब के ठेको पर शराब के स्टॉक के साथ-साथ बेची जा रही शराब की बोतलों की भी जांच की।
सनौली पहुंचीं एसपी, तस्कर भूमिगत
एसपी मनीषा चौधरी भी सनौली थाना में पहुंची। एसपी ने डीएसपी राजेश फोगाट, डीएसपी समालखा प्रदीप कुमार, एसएचओ सनौली सुरेंद्र सिंह व सीआइए पुलिस टीम को गंभीरता से जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उधर, जगह-जगह अवैध शराब बेचने वाले लोग अचानक घरों व दुकानों से ही गायब हो गए हैं। इनकी तलाश की जा रही है।