सरस्वती नदी से जुड़े इन प्रोजेक्ट पर जल्द शुरू होगा काम, नदी किनारे वाले मंदिरों का होगा जीर्णोद्धार

अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव की शुरुआत हो चुकी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 30 प्रोजेक्ट चलाए रहे हैं 156 मंदिरों का होगा जीर्णोद्धार।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 28 Jan 2020 04:57 PM (IST) Updated:Wed, 29 Jan 2020 09:07 AM (IST)
सरस्वती नदी से जुड़े इन प्रोजेक्ट पर जल्द शुरू होगा काम, नदी किनारे वाले मंदिरों का होगा जीर्णोद्धार
सरस्वती नदी से जुड़े इन प्रोजेक्ट पर जल्द शुरू होगा काम, नदी किनारे वाले मंदिरों का होगा जीर्णोद्धार

पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। शिवालिक की पहाडिय़ों की तलहटी में सरस्वती उद्गम स्थल व सरोवर किनारे वैदिक मंत्रों की गूंज के साथ अंतराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव का शुभारंभ हुआ। इसमें मुख्य अतिथि केंद्रीय केंद्रीय जल शक्ति एवं सामाजिक न्याय अधिकारिता राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया, शिक्षा मंत्री कंवरपाल व विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने उद्गम स्थल पर सरस्वती नदी की पूजा अर्चना की। सरोवर पर हवन यज्ञ में आहुतियां डाली। कार्यक्रम में पहली बार एनटीवाईसीसी की ओर से तमिलनाडु की प्रसिद्ध नृत्यांगणा वाणी राजमोहन की लोक नृत्य की प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रही। 

जो काम सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड देगा सभी कराएंगे 

केंद्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया ने कहा कि बीस साल पहले पद्म भूषण से अलंकृत दर्शन लाल जैन के माध्यम से सरस्वती नदी के प्रोजेक्ट से जुड है। सांसद बनने के बाद सरस्वती नदी के बारे में संसद में भी आवाज उठाई। नदी को पुनर्जीवित करने के लिए डैम, झील व बोरवेल सहित कई प्रोजेक्ट है। ये सभी उनके विभाग से जुड़े कार्य है। इस पर अधिकारियों के साथ सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के डिप्टी चेयरमैन प्रशांत व सीएम मनोहर लाल की बैठक हो चुकी है। जल्द ही काम शुरू होंगे। मंच से कहा कि बोर्ड के चेयरमैन यदि यहां के लिए और भी काम बताएं तो वे भी किए कराएं जाएंगे। महोत्सव के इस कार्यक्रम पर बड़ी योजना और क्या हो सकती है। इस बारे में मंगलवार को दिल्ली में अधिकारियों की बैठक करेंगे। उसके बाद यहां के लिए वे भी खुद घोषणा करेंगे। 

30 प्रोजेक्ट चल रहे जल के लिए 

कटारिया ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से देश की सभी नदियों मे हमेशा जल प्रवाहित कराने के लिए 30 प्रोजेक्ट चलाए रहे हैं। यह प्रोजेक्ट  पूरे देश की नदियों को आपस में जोडऩे का काम करेंगे, ताकि जिन नदियों में सरप्लस पानी है उस पानी को जरूरतमंद क्षेत्रों में प्रवाहित किया जा सके। इस कार्य के लिए चार नदियों की डीपीआर तैयार है। उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के बीच समझौते की बातचीत अंतिम चरण में है। जैसे ही समझौता हो जाता है पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी का देश की नदियों को आपस में जोडऩे की योजना के सपने का साकार रूप मिलना शुरू हो जाएगा। 

नदी के किनारे वाले मंदिरों का होगा जीर्णोद्धार 

सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के डिप्टी चेयरमैन प्रशांत भारद्वाज, चेयरमैन प्रशांत भारद्वाज ने कहा कि डैम, झील की योजना को अनुमति मिल गई है। मार्च व अप्रैल में काम शुरू हो जाएगा। जिले के सरस्वती नदी पर जिले में 156 मंदिर है। सभी मंदिरों को जीर्णोद्धार किया जाएगा। इसी तरह से कुरुक्षेत्र में भी काम करने की योजना है। कई मंदिरों में काम चल रहा है। अब तो ग्रामीण भी जागरूक हो गए। उसके बाद डिमांड भेज रहे हैं। 

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