दस साल बाद मैदान में उतरे 56 साल के एसआइ, युवाओं पर पड़े भारी
पुलिस लाइन में करनाल रेंज की शाटपुट प्रतियोगिता हुई। इसमें 56 साल की आयु में भी एसआइ राजकुमार मलिक युवाओं पर भारी पड़े। एसआइ राजकुमार ने इस प्रतियोगिता में रजत पदक हासिल किया। राजकुमार इन दिनों समालखा चौकी प्रभारी हैं।
पानीपत, जेएनएन। समालखा चौकी प्रभारी एसआइ राजकुमार मलिक की उम्र 56 साल है। जज्बा युवाओं खिलाड़ियों जैसा है। वे दस साल बाद मैदान में उतरे और पौने फीट दूर गोला फेंक कर रजत पदक जीत लिया। मौका था पुलिस लाइन में आयोजित करनाल रेंज की एथलेक्टिस प्रतियोगिता का। उनकी आयु अन्य खिलाड़ियों से ज्यादा थी, लेकिन तकनीक में किसी से कमतर नहीं थे। वे पहले भी रेंज स्तर की प्रतियोगिता में शाटपुट में दो स्वर्ण, स्टेट प्रतियोगिता में रजत और जैवलिन थ्रो में दो रजत पदक जीत चुके हैं। राजकुमार ने दैनिक जागरण को बताया कि ड्यूटी में ज्यादा समय देने के कारण शाटपुर व जैवलिन थ्रो का अभ्यास छूट गया था। वे तकनीक नहीं भूले और इसी के बूते सफलता भी मिल गई।
पहलवान के नाम से विख्या हैं, कुश्ती छोड़ बने एथलीट
एसआइ राजकुमार पुलिस महकमे में पहलवान के नाम से विख्यात हैं। उन्होंने 12 साल की आयु में पैतृक गांव सोनीपत के मदीना में कुश्ती का अभ्यास किया। जिला स्तर की कुश्ती प्रतियोगिताओं में तीन पदक जीते। इसके बाद पुलिस में भर्ती हो गए। बड़े भाई सतपाल मलिक डीएसपी पद से सेवानिवृत हैं। राजकुमार ने बताया कि भाई ने उन्हें शाटपुर व जैवलिन थ्रो की तकनीकी सिखाई। कुश्ती छोड़ कर एथलेटिक्स अपना ली।
स्टेट प्रतियोगिता में पदक जीतना लक्ष्य
राजकुमार मलिक बताते हैं कि उनका हरियाणा पुलिस की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में पदक जीतना है। अब वे ड्यूटी खत्म कर दो घंटे अभ्यास करेंगे। तकनीक सुधार के लिए कोच की भी सलाह ली जाएगी।