शिफ्टिंग आर्डर तैयार, राई जाएंगे अनाथालय के बच्चे

जागरण संवाददाता, पानीपत सौंधापुर गांव स्थित बाल अनाथालय के बच्चों को एक बार फिर गुरुग्राम य

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Dec 2017 03:02 AM (IST) Updated:Mon, 18 Dec 2017 03:02 AM (IST)
शिफ्टिंग आर्डर तैयार,  राई जाएंगे अनाथालय के बच्चे
शिफ्टिंग आर्डर तैयार, राई जाएंगे अनाथालय के बच्चे

जागरण संवाददाता, पानीपत

सौंधापुर गांव स्थित बाल अनाथालय के बच्चों को एक बार फिर गुरुग्राम या राई में शिफ्ट करने की तैयारी है। अनाथालय का संचालन करने वाली जन कल्याण समिति ने फिलहाल अनाथालय को बंद कर, जरूरतमंद बच्चों के लिए स्कूल खोलने का मन बना लिया है। इधर, बाल कल्याण समिति ने ऑडिट शीट व स्कॉट शीट बना ली है। सोमवार को रिपोर्ट जिला बाल संरक्षण समिति को सौंप दी जाएगी।

गौरतलब है कि बाल अनाथालय सौंधापुर हमेशा विवादों में और जिला प्रशासन के निशाने पर रहा है। जन कल्याण समिति के पूर्व प्रधान अमरजीत नरवाल के जिला बाल संरक्षण अधिकारी निधि गुप्ता के बीच आरोप-प्रत्यारोपों के दौर के चलते दोनों पक्षों की खूब किरकिरी हुई। गत वर्ष जिला प्रशासन ने अनाथालय से बच्चों को एकाएक शिफ्ट करने का निर्णय किया तो हरियाणा राज्य बाल संरक्षण अधिकार आयोग की चेयरपर्सन ज्योति बेंद्रा व प्रदेश के परिवहन एवं आवास मंत्री कृष्णलाल पंवार को भी हस्तक्षेप करना पड़ा था। अनाथालय से फरार होती रहीं लड़कियों, बच्चों पर भुखमरी का संकट, शौचालय नहीं होने के कारण भी व्यवस्था पर सवालिया निशान लगते रहे हैं। अब एक बार फिर अनाथालय में रह रहे 20 बच्चों को राई में शिफ्ट करने की पूरी तैयारी है। इस बार अनाथालय प्रबंधन समिति ने भी जानबूझकर जेजे एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन की वैद्यता को रिन्यूअल नहीं कराया है। बाल कल्याण समिति की चेयरपर्सन सुमन सूद ने बताया कि ऑडिट व स्कॉट शीट बना ली है। सोमवार को डीसीपीओ निधि गुप्ता को सौंप दी जाएगी।

बच्चों को कब शिफ्ट करना है, इसका निर्णय भी उन्हें ही लेना है। इधर, जन कल्याण समिति की प्रधान सुनीता शर्मा ने कहा कि सरकार ग्रांट देने के लिए तैयार नहीं है। बालिग व घरों से फरार लड़कियों को भी बाल अनाथालय में भेजा जाता है। ऐसे में अनाथालय बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

बाउंसर नहीं खड़े कर सकते स्कूल :

सुमन सूद ने बताया कि कुछ अभिभावकों ने बाल कल्याण समिति को शिकायत दी है। अभिभावकों का आरोप है कि अनेक स्कूलों में प्रबंधन तंत्र ने स्कूल गेट पर गार्ड की जगह बाउंसर खड़े किए हुए हैं। इनका व्यवहार बच्चों के साथ उचित नहीं रहता, छोटे बच्चे डरे हुए और असहज रहते हैं। जल्द ही स्कूलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

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