बिजली गुल, मोटर बंद, बच्चों की कर दी छुट्टी

अरविंद झा, पानीपत : किशनपुरा स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल में बुधवार को बिजली गुल होने पर

By Edited By: Publish:Thu, 24 Nov 2016 02:32 AM (IST) Updated:Thu, 24 Nov 2016 02:32 AM (IST)
बिजली गुल, मोटर बंद, बच्चों की कर दी छुट्टी

अरविंद झा, पानीपत :

किशनपुरा स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल में बुधवार को बिजली गुल होने पर जल संकट गहरा गया। शिक्षिकाओं ने बच्चों की छुट्टी कर दी। खंड स्तर से लेकर जिला स्तर पर तैनात विभागीय अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। एक ही भवन में दो प्राइमरी स्कूल चल रहे हैं।

गोहाना रोड से सटे किशनपुरा में राजकीय प्राथमिक पाठशाला है। दैनिक जागरण की टीम दोपहर 1:30 बजे स्कूल में पहुंची। रजिस्टर में दर्ज 114 बच्चों में से एक भी कक्षा में नहीं दिखा। ढाई माह पहले दूसरे स्कूल से ट्रांसफर होकर आई स्कूल इंचार्ज नीलम, अतिथि अध्यापक कुसुम व जेबीटी पूजा के साथ धूप में कुर्सी पर बैठी थी। बच्चे के बारे में पूछने पर कहा कि थोड़ी देर पहले छुट्टी कर दी है। मालूम हो कि सरकारी स्कूलों में कक्षा का लगाने का समय सुबह 8 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक है। इंचार्ज ने बताया कि सुबह से बिजली की आपूर्ति बंद है। मोटर न चलने से पेयजल की समस्या गहरा गई। दोपहर 12:45 बजे बच्चों की छुट्टी करने के सिवाय और दूसरा कोई विकल्प नहीं था। शौचालय में भी पानी नहीं है।

पहली, दूसरी की संयुक्त कक्षा : शिक्षिकाओं ने बताया कि स्कूल में तीन कमरे हैं। एक कमरे में सामान भरा पड़ा है। पहली व दूसरी की कक्षाएं संयुक्त रूप से एक कमरे में लगती है। जल समस्या पैदा होने के बावजूद स्कूल में मिड डे मील बना कर बच्चों को बांटा गया।

धर्मशाला में से लाते हैं जल :

जीपीएस में पढ़ने वाले नौनिहाल बिजली व्यवस्था चरमराने पर पास स्थित धर्मशाला में जाकर पीने के लिए जल लाते हैं। सड़क पार करने के दौराने वाहनों से चोटिल होने का खतरा बना रहता है।

बिजली के तारों से स्पार्क :

स्कूल के दरवाजे के पास बिजली का मीटर लगा है। तारें कमजोर व ढीली होने से मोटर चलाने के दौरान बार बार जल जाती है। एक सप्ताह पहले स्पार्क होकर आग भी लगी। इंचार्ज ने बताया कि अपने खर्चे से जर्जर तार को काले रंग के मोटे तार में बदला। आग लगने की अब आशंका नहीं है।

टीन शेड में लगती तीन कक्षाएं :

जीपीएस किशनपुरा के प्रथम मंजिल पर टीन शेड में भवनहीन शहीद रविकांत कन्या प्राथमिक स्कूल की कक्षाएं भी लगती है। तीन कक्षाएं संयुक्त रूप से टीन शेड में लगती हैं। विद्यालय की इंचार्ज कांता आधे दिन की छुट्टी लेकर चली गई थीं। शिक्षिका सुमन व सोनू बच्चों को कक्षाओं में बैठा रखी थी। पांच में से दो अन्य टीचर वहां नहीं दिखे। बिजली पानी समस्या के चलते पहली व दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले 58 बच्चों की छुट्टी कर दी गई थी। टीन शेड में चौथी कक्षा की 16-17 छात्राएं बैठी थी।

आंकड़े एक नजर में

कक्षा कुल संख्या उपस्थिति

पहली 27 26

दूसरी 38 32

तीसरी 35 31

चौथी 21 17

पांचवीं 22 16

लो वोल्टेज से उपजी समस्या : शिक्षिका सुमन ने बताया कि 2007 से इस स्कूल में कार्यरत हैं। विभाग की तरफ से अलग भवन की व्यवस्था नहीं की गई। बिजली की समस्या रात से ही है। वोल्टेज लो होने से मोटर नहीं चल सका। मध्यांतर के दौरान बमुश्किल पांच मिनट सप्लाई दिया गया। टंकी में थोड़ा ही पानी आया।

ईट के चूल्हे पर मिड डे मील : मिड डे मील दोनों स्कूलों में ईट के चूल्हे पर पकता है। जगह की कमी से रसोई नहीं है। शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद भी सरकारी स्कूल भवन के लिए तरस रहे हैं।

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