रेत खान से आने वाले भारी वाहनों से लोग परेशान

जागरण संवाददाता, समालखा राक्सेड़ा के लोग खान से आने वाले रेत के भारी वाहनों से परेशान हैं। भ

By Edited By: Publish:Wed, 22 Feb 2017 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 22 Feb 2017 03:00 AM (IST)
रेत खान से आने वाले भारी वाहनों से लोग परेशान
रेत खान से आने वाले भारी वाहनों से लोग परेशान

जागरण संवाददाता, समालखा

राक्सेड़ा के लोग खान से आने वाले रेत के भारी वाहनों से परेशान हैं। भारी वाहनों की आवाजाही से उनकी फिरनी की हालत खस्ताहाल हो गई है। हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है। वाहनों से उड़ने वाली धूल-मिंट्टी से लोगों की सेहत पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। पानी का छिड़काव नहीं होने से भी वे परेशान हैं।

दुकानदार मुकेश और काला कहते हैं कि भारी वाहन के कारण हमेशा धूल मिंट्टी उड़ती रहती है। उनके सामान खराब हो जाते हैं। ओवरलोड वाहनों के गुजरते समय कंपन होता है। काला ने कहा कि एक बार तो भारी वाहन असंतुलित होकर उसकी दुकान में टक्कर मार दिया। हवा सिंह ने कहा कि ओवरलोड वाहनों से गांव की फिरनी खस्ताहाल हो गई है। पुलिया की हालत भी खराब होती जा रही है। आबादी के बीच से गुजरने के कारण हादसे का खतरा रहता है। संदीप ने कहा कि फिरनी पर अतिक्रमण होने से वह सिकुड़कर 66 फीट से 30 फीट पर आ गई है। बुग्गी व ट्रालियों के फिरनी पर खड़े रहने से भारी वाहन के आने से जाम की स्थिति बन जाती है। युसूफ अली ने कहा कि ओवरलोड वाहनों की शोर से रात में सोना दूभर हो जाता है। बच्चों को स्कूल ले जाने और लाने के लिए अभिभावकों को स्वयं जाना पड़ता है। प्रवीण और शाहरुख कहते हैं कि आबादी के बीच से हमेशा ओवरलोड वाहनों के गुजरने से फिरनी के किनारे बसी आबादी को बहुत परेशानी हो रही है। उनके बच्चे रोड पर खेल नहीं पाते हैं। महिलाओं, बुजुर्गो, बच्चों को हमेशा दुर्घटना का डर बना रहता है। रिंकू व नवीन कहते हैं कि ठेकेदार को रोड पर दिन में तीन से चार बार पानी का छिड़काव करना चाहिए। फिरनी के किनारे अस्पताल, स्कूल, दुकान, मंदिर आदि हैं। जहां लोगों को दिनभर जाना आना लगा रहता है। धूल मिंट्टी और शोर से लोग परेशान रहते हैं।

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ओवरलोड वाहनों का चालान करने के लिए आरटीओ सहित पुलिस को कहा जाएगा। ठेकेदार को पानी का छिड़काव करना चाहिए। वे भी मौका का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लेंगे।

गौरव कुमार, एसडीएम समालखा

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