प्रशासन से लेकर संगठनों की कवायद फेल, पार्किंग बदहाल, जीटी रोड जाम बरकरार

बदहाल पार्किंग व्यवस्था से प्रशासन घेरे में है। 14 महीने पहले एक प्रयास संस्था ने पार्किंग व्यवस्था संभाली थी। 07 बाजारों के प्रधानों ने इसकी जिम्मेदारी ली थी।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 04 Mar 2020 10:14 AM (IST) Updated:Wed, 04 Mar 2020 10:14 AM (IST)
प्रशासन से लेकर संगठनों की कवायद फेल, पार्किंग बदहाल, जीटी रोड जाम बरकरार
प्रशासन से लेकर संगठनों की कवायद फेल, पार्किंग बदहाल, जीटी रोड जाम बरकरार

पानीपत, जेएनएन। शहर के लिए शुरू हुई पार्किंग अनदेखी के कारण बदहाल है। अब एक प्रयास संस्था भी पीछे हट गई है। शहरवासियों और संस्था के सदस्यों ने इसके लिए प्रशासन को दोषी ठहराया है। आशंका जताई कि कहीं प्रशासन इस पार्किंग को पूरी तरह से शुल्क के साथ न लागू कर दे। अभी एक ब्लॉक को छोड़कर पूरे पुल के नीचे पार्किंग फ्री है। 

दिसंबर 2018 में तत्कालीन डीसी सुमेधा कटारिया के तबादले के बाद निगम कार्यालय के सामने स्थित पार्किंग व्यवस्था संभालना एक प्रयास सोसायटी के लिए चुनौती बन गया। प्रशासनिक सहयोग के अभाव में शरारती तत्वों ने परेशानी बढ़ाई तो संस्था ने जीटी रोड पार्किंग व्यवस्था से हाथ पीछे खींच लिए। अब पार्किंग की स्थिति बदहाल हो गई है। संदिग्धों का आवागमन बढऩे के कारण वाहन चोरी का खतरा बढ़ गया है।

नशेडिय़ों ने पार्किंग को अपना अड्डा बना लिया है। रात के समय उनका जमावड़ा लग जाता है। पार्किंग में गंदगी का आलम है। पिलरों के पास खुले में शौचालय करते हैं। दुर्गंध के कारण वाहन चालकों और राहगीरों का सांस लेना तक दूभर हो गया है। पार्किंग व्यवस्था के लिए टेंडर निकाले जाने की चर्चा मार्केट में जोरों-शोरों पर है। 

लोगों का कहना है कि पेड पार्किंग व्यवस्था शहर में जाम की स्थिति बना सकती है। पार्किंग पेड होने पर वाहन चालक अपने वाहनों को जीटी रोड किनारे खड़े करने का प्रयास करेंगे, जिससे अतिक्रमण को बढ़ावा मिलेगा। पूरे जीटी रोड पर ओवरब्रिज के दोनों ओर ग्रिल लगी होने के कारण अधिकतर शहरवासी इसका इस्तेमाल नहीं कर पाते। अब अगर पेड पार्किंग सिस्टम शुरू होता है, तो काफी लोग इसे इस्तेमाल से कतराने लगेंगे। ऐसे में शहरवासियों के लिए जीटी रोड ओवरब्रिज सौगात की बजाए मुसीबत साबित होगा।

मदद तो दूर पुलिस सुनवाई तक नहीं कर रही : बवेजा

चौड़ा बाजार एसोसिएशन के प्रधान एवं एक प्रयास संस्था के संरक्षक सुरेश बवेजा ने बताया कि जुलाई 2018 में एक प्रयास संस्था ने नो प्रोफिट, नो लॉस के आधार पर पार्किंग व्यवस्था शुरू की। डीसी सुमेधा कटारिया के रहते हुए प्रशासन ने उनका पूरा सहयोग किया। शरारती तत्व और संदिग्ध अगर अप्रिय घटना करते तो पुलिस मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करती थी।  अब स्थिति विपरित हो चुकी है। मदद तो दूर पुलिस सुनवाई तक नहीं कर रही। 

ट्रक ने तोड़ी दीवार, पुलिस ने आज तक नहीं की कार्रवाई : अग्रवाल

संस्था के प्रमुख सदस्य कृष्ण अग्रवाल ने बताया कि माहभर पहले एक ट्रक ने पुल के नीचे बनी दीवार को गिरा दिया। पुलिसकर्मियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। प्रशासनिक सहयोग के बिना पार्किंग व्यवस्था नहीं संभल सकती। एक प्रयास संस्था के पदाधिकारियों का कहना है कि अगर प्रशासन सहयोग करने का वादा करे तो दोबारा से वे पार्किंग व्यवस्था संभालने को तैयार हैं। संस्था में शुरू से जुड़े रहे प्रमुख सदस्य गौरव लीखा ने इस बारे चर्चा करने से इन्कार कर दिया।

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