अब पॉवर हाउस के सामने नहीं सेक्टर 25 पार्किंग ग्राउंड में होगी गाड़ियों की पासिग

वाहनों की पासिग के दौरान ट्रांसपोर्टरों को हो रही परेशानी का मुद्दा दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया तो बुधवार को पासिग लोकेशन बदल दी गई। लेकिन बिना नोटिफिकेशन के बदली गई लोकेशन के कारण बुधवार को ट्रांसपोर्टर कार्यालय के चक्कर काटते दिखाई दिए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Nov 2020 08:30 AM (IST) Updated:Thu, 19 Nov 2020 08:30 AM (IST)
अब पॉवर हाउस के सामने नहीं सेक्टर 25 पार्किंग ग्राउंड में होगी गाड़ियों की पासिग
अब पॉवर हाउस के सामने नहीं सेक्टर 25 पार्किंग ग्राउंड में होगी गाड़ियों की पासिग

जागरण संवाददाता, पानीपत: वाहनों की पासिग के दौरान ट्रांसपोर्टरों को हो रही परेशानी का मुद्दा दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया तो बुधवार को पासिग लोकेशन बदल दी गई। लेकिन बिना नोटिफिकेशन के बदली गई लोकेशन के कारण बुधवार को ट्रांसपोर्टर कार्यालय के चक्कर काटते दिखाई दिए। कार्यालय पहुंचने के बाद उन्हें सेक्टर 25 में जिमखाना क्लब के सामने पार्किंग ग्राउंड में पासिग होने का पता चला।

ट्रांसपोर्टर रणबीर सिंह, विजय वर्मा, विनोद, संजू, अशोक, सतपाल ने बताया कि लोकेशन में किए गए बदलाव से उन्हें सहूलियत मिली है। लेकिन बुधवार को सेक्टर 25 में पासिग करने से पहले विभागीय अधिकारियों को सूचना का प्रसारण कराना चाहिए था, ताकि ट्रांसपोर्टरों को परेशानी ना हो। वहीं क्लर्क विजय ने बताया कि बुधवार को पार्किंग ग्राउंड में 140 गाड़ियां पासिग के लिए पहुंची, जिनमें से 120 गाड़ियां पास हुई। 20 गाड़ियों को खामियों की वजह से फेल कर दिया गया। डीजल खर्च और चालान के डर से राहत

ट्रांसपोर्टर पवन कुमार ने बताया कि गाड़ियों को गोहाना रोड पर पासिग के लिए भेजने में लगभग एक हजार रुपये का डीजल खर्च करना पड़ता था। वहीं शहर में नो एंट्री होने के कारण चालान का डर रहता था। भारी वाहनों के अधिक संख्या में आने पर अक्सर जाम लगने की स्थिति बनी रहती थी। अब सेक्टर 25 में गाड़ियों की पासिग होने से राहत मिलेगी। ट्रांसपोर्टरों ने पासिग को लेकर उठाई ये मांग

शहर में वर्ष 2016-20 तक 10 हजार से अधिक वाहनों की खरीद हुई है। पासिग के लिए औसतन सौ से अधिक वाहन आते हैं। कई बार गाड़ी में खामी मिलने के कारण गाड़ियां पासिग में फेल कर दी जाती है। हफ्ते में एक दिन पासिग होने के कारण गाड़ी अगली पासिग तक खड़ी रखनी पड़ती है। ट्रांसपोर्टरों की मांग है कि हफ्ते में कम से कम दो बार गाड़ियों की पासिग होनी चाहिए।

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