कोरोना के खौफ के बीच पानीपत से आई अच्‍छी खबर, तीन किशोरों सहित सात ने जीती जंग

तीन किशोरों सहित सात ने कोरोना को हराया। वहीं लैब से 28 रिपोर्ट मिली है और सभी नेगेटिव है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 02 Jun 2020 05:15 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 05:15 PM (IST)
कोरोना के खौफ के बीच पानीपत से आई अच्‍छी खबर, तीन किशोरों सहित सात ने जीती जंग
कोरोना के खौफ के बीच पानीपत से आई अच्‍छी खबर, तीन किशोरों सहित सात ने जीती जंग

पानीपत, जेएनएन। कोरोना वायरस (कोविड-19) के खौफ के बीच सोमवार को अच्छी खबर मिली। शिवनगर स्थित बाल श्रमिक पुनर्वास केंद्र के तीन किशोर, एक वॉर्डन ने 10 दिन में कोरोना को हरा दिया। इनके अलावा हरिनगर वासी, दलबीर कॉलोनी वासी और दिल्ली से लौटा चंदौली वासी युवक ने भी संक्रमण को परास्त किया है। सभी को खानपुर मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज कर दिया गया है। 

सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने बताया कि कोरोना को हराने वालों में एक किशोर की आयु 16 साल, दूसरे की 12 साल और तीसरे की करीब 10 साल है। बाल श्रमिक पुनर्वास केंद्र की कम्पयूटर शिक्षिका (समालखा वासी), स्वीपर और एक किशोर अभी उपचाराधीन हैं। ये भी क्रमश: 21 व 22 मई को कोरोना पॉजिटिव मिले थे। खानपुर से डिस्चार्ज होने वालों में हरिनगर वासी युवक (19 मई को पॉजिटिव), दलबीर नगर वासी (21 मई को पॉजिटिव) और चंदौली वासी युवक(24 मई को पॉजिटिव)को भी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। इन सभी को सात दिन तक होम क्वारंटाइन में रहना होगा। 

सिविल सर्जन के मुताबिक कुल 62 पॉजिटिव में से 46 स्वस्थ होकर घरों को लौट चुके हैं। 13 केस एक्टिव हैं। अभी तक 4445 सैंपल लिए गए हैं। इनमें से 4364 की रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई है। होम अंडर क्वारंटाइन के तहत 1322 घरों के बाहर नोटिस चस्पा किए गए हैं।

फैसिलिटी क्वारंटाइन केंद्र से भागा किशोर 

बाल श्रमिक पुनर्वास केंद्र के चार किशोर, कंप्यूटर शिक्षिका, स्वीपर और वार्ड पॉजिटिव आने के बाद 22 मई को केंद्र के 27 अन्य किशोरों को प्रेम इंस्टीट््यूट बडौली स्थित फैसिलिटी क्वारंटाइन में रखा गया था। रविवार की रात्रि इनमें से किशोर सुरक्षा व्यवस्था को धता बताकर भागा और सोमवार की सायं करीब सवा सात बजे अपने गांव चुलकाना, समालखा पहुंच गया। स्वजनों ने उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। 

प्राइवेट अस्पतालों की सूची होगी सार्वजनिक 

डीसी धर्मेंद्र ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि कोविड-19 के तहत सुविधा देने वाले प्राइवेट अस्पतालों और लैबों की सूची सार्वजनिक की जाए। इससे उन लोगों को लाभ होगा जो अपने खर्च पर इलाज और जांच कराना चाहते हैं। एडीसी प्रीति और नगर निगम आयुक्त समन्वय करेंगे। होम क्वारंटइन में रखे गए लोगों की रोजाना मॉनिटरिंग के आदेश दिए। 

विदेश से लौटे 24 को घर भेजा 

हशविप्रा के एस्टेट ऑफिसर योगेश रंगा ने बताया कि वंदे भारत मिशन के तहत अब तक 56 व्यक्ति विदेश से आ चुके हैं। इनमें से 24 लोगों ने 14 दिन का क्वारंटाइन पीरियड पूरा कर लिया है। इन्हें घर भेज दिया गया है। 20 लोग ऐसे हैं जो सात दिन का पीरियड पूरा कर चुके हैं, सात दिन होम क्वारंटाइन में रहेंगे। 12 लोग अभी होटल में अपने खर्चें पर क्वारंटाइन हैं। 

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