आयुष्मान भारत योजना के पात्र गोल्डन कार्ड बनवाएं : डीसी
आयुष्मान भारत योजना के पात्र अपने-अपने गोल्डन कार्ड जल्द बनवा लें। यह कहना डीसी का है।
नंबरिग :
42 अस्पताल पैनल पर
08 सरकारी अस्पताल
34 प्राइवेट अस्पताल बीमार होने पर निजी अस्पताल में कराएं अपना इलाज
जागरण संवाददाता, पानीपत
आयुष्मान भारत योजना-2018 के जिला पानीपत में 75 हजार 392 पात्र परिवार हैं। इनमें से 20 हजार 195 परिवार ऐसे हैं, जो अपने पते पर नहीं हैं। इस स्थिति में जिले के दो लाख 70 हजार 904 पात्रों के गोल्डन कार्ड बनने हैं। इनमें से मात्र 40.14 फीसद परिवारों ने ही कार्ड बनवाए हैं।
डीसी धर्मेंद्र सिंह ने मंगलवार को लघु सचिवालय में आयुष्मान भारत योजना के विषय पर संबंधित अधिकारियों की बैठक में ये बातें कही। उन्होंने कहा कि योजना के पात्रों के कम संख्या में गोल्डन कार्ड बनना चिता का विषय है। अनेक मामले ऐसे आए हैं, जब बीमार व्यक्ति को अस्पताल में पहुंचने पर गोल्डन कार्ड याद आया। तत्काल कार्ड बनने में दिक्कत आती है, इलाज में देरी हो जाती है। उन्होंने योजना के पात्रों से अपील करते हुए कहा कि कार्ड बनवाकर सुरक्षित रख लें ताकि निशुल्क इलाज में काम आए। डीसी ने सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा से कहा कि आशा-आंगनबाड़ी वर्कर्स, एएनएम, बहु उद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी, सीएचसी-पीएचसी के स्टाफ से मदद लें।
सभी अपने काम के साथ लोगों को योजना के लाभ की जानकारी भी दें। इस मौके पर डिप्टी सिविल सर्जन डा. नवीन सुनेजा, डा. मनीष पासी, योजना के जिला सूचना प्रबंधक सोहन सिंह ग्रोवर मौजूद रहे। दूसरे जिले के लोगों ने भी उठाया लाभ : आयुष्मान भारत योजना का लाभ दूसरे जिलों के पात्रों ने खूब उठाया है। 31 दिसंबर 2020 तक 8898 मरीजों ने पानीपत के अस्पतालों में 11 करोड़ 45 लाख 49 हजार 346 रुपये का निश्शुल्क इलाज कराया। जिला पानीपत के 9989 मरीजों ने नो करोड़ 92 लाख 26 हजार 267 रुपये का इलाज कराया। इन अस्पतालों में सबसे अधिक ने लिया फ्री इलाज: अस्पताल का नाम मरीज संख्या इलाज खर्च रुपयों में
पार्क अस्पताल 1873 14135191
डा. प्रेम अस्पताल 1857 42298769
आइबीएम अस्पताल 1090 7795205