देश को सीधी राह पर लाने के लिए उल्टी राह चलते हैं पति-पत्नी, ये है इनकी चाह
जनंसख्या पर नियंत्रण की मुहिम लेकर मेरठ के दंपती पानीपत पहुंचे। डीसी को सौंपा ज्ञापन। पर्चे बांटे। लघु सचिवालय में जनता ने भी उनका दिया साथ। पति को पत्नी ने दिखाई दिशा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : क्या कोई उल्टा भी चल सकता है। यानी देखें किधर और चलें किसी ओर तरफ। अगर चलते भी हैं तो आखिर इसकी पीछे की वजह क्या है। आपको अगर कोई दंपती ऐसा करते दिखे तो समझ जाना कि ये मेरठ के निवासी हैं। देश को सीधी राह पर लाने के लिए ये कदम उठा रहे हैं। दोनों आज पानीपत पहुंचे और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। पढि़ए ये खबर।
दिनेश और दिशा तलवार ने उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर से 2013 में बढ़ती जनसंख्या के प्रति अभियान छेड़ा था। वे जिस शहर में जाते हैं, वहां उल्टी पदयात्रा करते हैं। पत्नी दिशा अपने पति दिनेश को रास्ता बताती है। ट्रैफिक जाम और भीड़ वाले जगहों में किसी वाहन में सवार हो जाते हैं।
80 बार उपवास रखा
दैनिक जागरण से बातचीत में दंपती ने बताया कि पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के शहरों में इस मुहिम के चला चुके हैं। इसे सफल बनाने के लिए 2013 में मेरठ शहर छोड़ा था। देश के किसी प्रधानमंत्री ने अब तक जनसंख्या नियंत्रण के लिए आवाज नहीं उठाई। छह हजार से अधिक ज्ञापन सौंप चुके हैं। दिल्ली के जंतर-मंतर पर पत्नी के साथ 80 बार उपवास भी रखा। सभी सांसदों को इस बारे में पत्र लिख चुके हैं। दिनेश तलवार ने बताया कि सरकार की अनदेखी का नतीजा है जनसंख्या विस्फोट। सरकार इसे धर्म के चश्मे से देखती है। ये समस्या देश की है। अब तक 800 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुके हैं।
डीसी को सौंपा ज्ञापन, पर्चे बांटे
दिशा तलवार पानीपत में दोपहर 12:30 बजे लघु सचिवालय पहुंचे। डीसी सुमेधा कटारिया को इस बारे में ज्ञापन सौंपा। उनकी इस मुहिम का मकसद जनसंख्या को कंट्रोल करने के लिए प्रशासन और सरकार को जगाना है। लघु सचिवालय में ही दंपती ने पर्चे भी बांटे। कुछ लोगों ने उनका साथ देते हुए कदमताल किया।