पिता का दर्द, बोले-मैं चिल्लाता रहा, वो बेटे को लाठियां मारते रहे

पानीपत के युवक की उसके पिता के सामने जींद में हत्‍या कर दी गई। इंसानियत के बदले उसके बेटे को घायल के परिवार वालों ने पीट पीटकर मार डाला।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 09 Jun 2020 05:41 PM (IST) Updated:Tue, 09 Jun 2020 05:41 PM (IST)
पिता का दर्द, बोले-मैं चिल्लाता रहा, वो बेटे को लाठियां मारते रहे
पिता का दर्द, बोले-मैं चिल्लाता रहा, वो बेटे को लाठियां मारते रहे

पानीपत, [सुनील मराठा]। मेरे बेटे को मत मारो। वो मर जाएगा..। कुछ तो रहम करो। पर उन्होंने मेरी एक नहीं सुनी। मैं बीच में आता तो मुङो लाठी से मारते और दूर फेंक देते। मेरा इकलौता बेटा अधमरा हो गया। रोते-रोते यह कहते हुए किसान राजेश चुप हो जाते हैं। इतना दर्द उन घावों का नहीं था, जितना बेटे को लगी चोट का था।

नारा गांव के सरपंच सूरजभान ने बताया कि राजेश रोहतक पीजीआइ में भर्ती है। हालत गंभीर है। विकास मां-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी एक बहन है। सूरजभान ने बताया कि विकास मिलनसार युवक था। ऐसे तो कोई किसी की मदद के लिए आगे ही नहीं आएगा। विकास के शव का रोहतक में पोस्टमार्टम नहीं हुआ है।

कार को पीछे से बाइक सवार की टक्कर लगी थी। अब कार के शीशे टूट गए हैं। पीछे से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त है। बताया जा रहा है कि हत्या करने वालों ने ही कार पर भी लाठियां बरसाईं।

आरोपितों ने गुस्से में कार तोड़ी

गांव खेड़ाखेमावती में किसी ने मछलीपालन के लिए तालाब को ठेके पर लिया हुआ है। वही इन दोनों पिता-पुत्र को सफीदों के अस्पताल लेकर पहुंचा था।

सफीदों तक ग्रामीण ने पहुंचाया

गांव के हर घर में विकास का ही नाम लिया जा रहा था। क्या किसी की मदद करने पर हत्या भी हो सकती है, यह सोच-सोचकर ही हर कोई सहमा भी हुआ था।

सिर्फ विकास का ही नाम

सरपंच सूरजभान ने बताया कि सैकड़ों ग्रामीण मंगलवार को थाने जाएंगे। कानून ने अपना काम नहीं किया तो ग्रामीण दूसरा कदम उठा सकते हैं।

सफीदों थाने पहुंचेंगे ग्रामीण

वहीं हत्‍या के विरोध में पांच गांव के लोग सफीदों थाने पहुंच गए। उन्‍होंने विरोध जताया। उनका आरोप है कि पुलिस मामले में लापरवाही बरत रही है। अभी तक आरोपितों को काबू नहीं कर रही है। युवक को पीट पीटकर मार डाला जाता है और पुलिस कार्रवाई तक नहीं कर रही। 

chat bot
आपका साथी