भजनलाल की सरकार में डिप्टी स्पीकर रहे चौधरी वेदपाल के साथ लाखों की धोखाधड़ी

डिप्टी स्पीकर रहे चौधरी वेदपाल से धोखाधड़ी की गई। उनके पेट्रोल की देखरेख कर रहे युवक ने करीब साढ़े 13 लाख की ठगी की। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Fri, 17 Jul 2020 05:12 PM (IST) Updated:Fri, 17 Jul 2020 05:12 PM (IST)
भजनलाल की सरकार में डिप्टी स्पीकर रहे चौधरी वेदपाल के साथ लाखों की धोखाधड़ी
भजनलाल की सरकार में डिप्टी स्पीकर रहे चौधरी वेदपाल के साथ लाखों की धोखाधड़ी

पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। भजनलाल की सरकार में डिप्टी स्पीकर रहे 81 वर्षीय चौधरी वेदपाल से धोखाधड़ी का मामला सामने आया। कुरुक्षेत्र के गांव बडौंदी स्थित उनके पेट्रोल पंप की देखरेख कर रहे युवक ने करीब 13.29 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। थाना लाडवा पुलिस ने उनके बेटे विजय पाल की शिकायत पर पंप की देखरेख करने वाले युवक और उसके पिता समेत चार लोगों पर धोखाधड़ी समेत चार धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

चौधरी वेदपाल 24 जून 1982 से 23 जून 1987 तक प्रदेश के डिप्टी स्पीकर रहे हैं और प्रदेश के छठे डिप्टी स्पीकर हैं। पूर्व डिप्टी स्पीकर चौधरी वेदपाल के बेटे विजय पाल ने थाना लाडवा पुलिस को शिकायत दी है। उन्होंने बताया कि बडौंदी गांव में उनके पिता के नाम डिवाइन फीलिंग स्टेशन है। उनको इसका मुख्तयारेआम नियुक्त किया गया है। डिवाइन फीलिंग स्टेशन का एचडीएफसी लाडवा और एसबीआइ में बैंक खाता है। आरोपित रवीश कुमार डिवाइन फीलिंग स्टेशन पर देखभाल करने, एचपीसीएल से तेल मंगाने, कर्मचारियों की तनख्वाह देने और बिजली के बिल जमा कराने के लिए रखा था। उसने 20 मई 2019 को चेकों और रकम का गलत प्रयोग न करने का भरोसा दिया था। उसने 2019 में जारी की चेकबुक नंबर 00051 से 000150 तक ली थी। 26 जून 2019 को उपरोक्त खाते की नेट बैंकिंग के लिए एटीएम कार्ड रवीश कुमार के पास था। उसने बैंक में आने-जाने का समय बचने और बैंक काफी भीड़ का नाम दिया था। 

उसने छह दिसंबर 2019 को शाम के समय बैंक से पता किया तो खाते में मात्र 774.24 रुपये बैलेंस मिले। 

उसने किसी बड़े धोखे से बचने के लिए सात दिसंबर 2019 को उपरोक्त खाता, चेकबुक, नेट बैंकिंग और एटीएम को बंद करा दी। उसने इस बाबत एचडीएफसी बैंक के मैनेजर वरुण बाली लाडवा और संबंधित कर्मचारियों को भी इसकी सूचना दी। उसने टोल फ्री पर ऑनलाइन शिकायत देकर 2019 में जारी चेक बंद कराने और इनसें संबंधित पेमेंट रोकने की मांग की। बैंक मैनेजर और संबंधित कर्मचारियों ने नेट बैंकिंग और पुरानी चेकबुक ब्‍लॉक कर देने की बात कही थी। 

पांच दिसंबर 2020 को वह अपने पिता के साथ बैंक में गए। तेल मंगवाने के लिए आरटीजीएस करवाने की कही तो उन्होंने 2019 या उससे पहले जारी चेक नहीं चलने और नई चेकबुक लेने की कही। उनहोंने नई चेकबुक लेकर खाता खुलवाने के लिए लिख दिया। उनके पुराने चेक पर कोई लेनदेन नहीं हुआ। 

पुलिस ने विजय पाल की शिकायत पर रवीश, उसके पिता सुशील कुमार, उसके चाचा के लड़के अखिल निवासी घरौंडा, जिला करनाल व अन्य के विरूद्ध बेइमानीपूर्वक आपराधिक साजिश के तहत छल व कपट कर धोखाधड़ी करने, जालसाजी करने समेत अन्य कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस जल्द ही आरोपितों को काबू कर लेगी।  

राजपाल, प्रभारी थाना लाडवा।

chat bot
आपका साथी