तारीख घोषित होते ही चुनावी मोड में प्रशासन और पुलिस

डीसी सुमेधा कटारिया ने कहा कि कोई भी उम्मीदवार या राजनीतिक दल किसी भी सरकारी वाहन को प्रचार में प्रयोग नहीं करेगा। निजी वाहनों की मंजूरी भी संबंधित रिटर्निग अधिकारी से लेनी होगी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 22 Sep 2019 07:05 AM (IST) Updated:Sun, 22 Sep 2019 07:05 AM (IST)
तारीख घोषित होते ही चुनावी मोड में प्रशासन और पुलिस
तारीख घोषित होते ही चुनावी मोड में प्रशासन और पुलिस

जागरण संवाददाता, पानीपत : विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ आचार संहिता लागू हो गई है। सरकारी अधिकारी और कर्मचारी अब चुनाव आयोग के नियंत्रण में चले गए हैं। कोई नया काम नहीं कराया जा सकेगा। अकेले नगर निगम में करीब 50 करोड़ के टेंडर रुक गए हैं। हालांकि निगम ने गत दिनों दिन-रात काम कर करीब सवा दो सौ करोड़ के विकास कार्यो के वर्क ऑर्डर जारी किए हैं। इधर राजनीतिक सरगर्मियां भी बढ़ गई हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने शनिवार को डीसी और एसपी की के साथ वीडियो कांफ्रेंस पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आचार संहिता की पालना सुनिश्चित की जाए। अवैध रूप से शराब और नकदी की आवाजाही पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाने के लिए टीमें गठित की जाएं।

सिविजल एप को प्रभावी बनाना जरूरी : उन्होंने कहा कि सिविजल एप के लिए टीमों की संख्या बढ़ाएं। एक सेक्टर मजिस्ट्रेट के क्षेत्र में मतदान केंद्रों की 10 लोकेशन से ज्यादा हो तो सेक्टर मजिस्ट्रेट और लगाए जाएं। उनके साथ पुलिस पार्टियां भी भेजें।

डीसी सुमेधा कटारिया ने कहा कि कोई भी उम्मीदवार या राजनीतिक दल किसी भी सरकारी वाहन को प्रचार में प्रयोग नहीं करेगा। निजी वाहनों की मंजूरी भी संबंधित रिटर्निग अधिकारी से लेनी होगी।

नामांकन 27 से : जिले में 27 सितंबर से नामांकन पत्र भरने शुरू कर दिए जाएंगे। इनकी अंतिम तिथि 4 अक्टूबर होगी। छंटनी 5 तक की जाएगी। 7 तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकता है।

8.43 लाख मतदाता करेंगे फैसला : जिले में 440 लोकेशन पर 862 मतदान केंद्र बनाए हैं। चुनाव के लिए 80 सेक्टर ऑफिसर, 52 जोनल मजिस्ट्रेट लगाए जाएंगे। जिले में 8, 43,355 लाख मतदाता हैं। 4140 पीठासीन और पोलिग अधिकारी चुनाव प्रक्रिया में भाग लेंगे।

नाकों पर होगी चेकिग : एसपी सुमित कुमार ने कहा कि जिले में एक अंतरराज्यीय, 6 अंतरजिला और 44 सामान्य नाके लगाए जाएंगे। पुलिस अधिकारी प्रशासन के साथ तालमेल बनाए रखें। असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखी जाएं। चुनावों में किसी भी तरह की अशांति और गड़बड़ी फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। अधिकारी नाकों की निरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपेंगे।

इधर नगर निगम ने शहर में लगाए गए होर्डिग और बोर्ड हटाने शुरू कर दिए हैं। शनिवार को पहले दिन वार्ड-11, 12, 13, 14 और सनौली रोड पर अभियान चलाया गया। इस दौरान करीब 430 बोर्ड, होर्डिग और बैनर उतारे गए।

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