जलमाना के सात हजार घरों में फीवर मास सर्वे, जलमाना में 68 के स्वाब, डेंगू-मलेरिया जांच के लिए 81 के रक्त नमूने एकत्र

संवाद सहयोगी सनौली गांव जलमाना में डेंगू-मलेरिया-वायरल से हुई 10 मरीजों की मौत के बाद स्व

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 08:42 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 08:42 AM (IST)
जलमाना के सात हजार घरों में फीवर मास सर्वे, 

जलमाना में 68 के स्वाब, डेंगू-मलेरिया जांच के लिए 81 के रक्त नमूने एकत्र
जलमाना के सात हजार घरों में फीवर मास सर्वे, जलमाना में 68 के स्वाब, डेंगू-मलेरिया जांच के लिए 81 के रक्त नमूने एकत्र

संवाद सहयोगी, सनौली : गांव जलमाना में डेंगू-मलेरिया-वायरल से हुई 10 मरीजों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद शनिवार को आखिर टूट ही गई। दैनिक जागरण में प्रमुखता से प्रकाशित खबर पर संज्ञान लेते हुए विभाग की 32 सदस्यीय टीम गांव पहुंची। सात हजार घरों में फीवर मास सर्वे करते हुए कोरोना आशंकित 68 लोगों के स्वाब सैंपल लिए गए।

डेंगू जांच के लिए 21, मलेरिया जांच के लिए 60 ग्रामीणों के ब्लड सैंपल लिए। सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र बापौली की सीनियर मेडिकल आफिसर डा. रेमा गाहल्याण और डा. सोमबीर के नेतृत्व में आठ टीमें गांव स्थित राजकीय विद्यालय में पहुंची। बहु उद्देयीय स्वास्थ्य वर्कर, आशा और आंगनबाड़ी वर्कर भी टीमों का हिस्सा रही। स्कूल में विशेष जांच शिविर लगाते हुए करीब 200 ग्रामीणों की जांच की गई। जिन घरों में डेंगू, मलेरिया से मौत हुई, टीमों ने उन घरों में पहुंचकर स्वाब सैंपल लिए और ब्लड स्लाइडें बनाई। अब ग्रामीणों को सैंपल रिपोर्ट का इंतजार है।

डा. रेमा गाहल्याण ने बताया कि सभी मरीजों की मेडिसिन दी गई हैं। सैंपल रिपोर्ट आने पर, उसी आधार पर मेडिकल सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उधर, ग्राम सरपंच सुंदर रावल एक माह में 20 ग्रामीणों की मौत बता रहे हैं। ग्राम पंचायत भी सोई रही : स्वास्थ्य विभाग एक माह में 10 तो ग्राम सरपंच 20 मौतें बता रहे हैं। गांव में मलेरिया-डेंगू, वायरल ने कहर बरपाया हुआ था। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं थी। चौंकाने वाली बात यह कि ग्राम पंचायत भी सोई हुई थी। सरपंच-पंचों, चौकीदार व ग्राम सचिव की जिम्मेदार भी बनती है कि गांव में किसी बीमारी के प्रकोप की सूचना संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाए।

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