एस्‍मा और हाई कोर्ट की रोक के बावजूद रोडवेजकर्मी हड़ताल पर, सख्‍ती के बाद चलीं बसें

हरियाणा में रोडवेज कर्मचारी एस्‍मा लगाए जाने और हाईकोर्ट की राेक के बावजूद हड़ताल पर हैं। उन्‍होंने रोडवेज बसों का चक्‍का जाम कर दिया है। इससे यात्री परेशान हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Wed, 05 Sep 2018 09:31 AM (IST) Updated:Wed, 05 Sep 2018 11:43 AM (IST)
एस्‍मा और हाई कोर्ट की रोक के बावजूद रोडवेजकर्मी हड़ताल पर, सख्‍ती के बाद चलीं बसें
एस्‍मा और हाई कोर्ट की रोक के बावजूद रोडवेजकर्मी हड़ताल पर, सख्‍ती के बाद चलीं बसें

जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट की रोक और सरकार द्वारा एस्मा (आवश्यक सेवा अनुरक्षण कानून) लगाने के बावजूद हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने आज बसाें का चक्‍का जाम कर दिया। इससे यात्री इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं। राज्‍य भर में हरियाणा रोडवेज की बसें सुबह से नहीं चलीं, बाद में सरकार की सख्‍ती के बाद कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद, कैथल सहित कई स्‍थानों पर बसें चलनी शुरू हुईं। अंबाला से कुछ बसों का परिचालन शुरू हुआ। बसों को चलने से रोकने पर जींद और फतेेहाबाद में पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियोंं पर लाठीचार्ज किया है। जींद सहित कई जगहों पर कर्मचारियों की गिरफ्तारी भी हुई है। रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्‍यक्ष दलबीर किरमारा को हिसार में हिरासत में लिया गया।

जींद व फतेहाबाद में बसों को चलने से रोक रहे कर्मचारियों पर लाठीचार्ज, किरमारा सहित कई गिरफ्तार

राज्‍यभर में कैथल सहित कई स्‍थानों पर यह हड़ताल विफल नजर आई। कई कर्मचारी यूनियनों ने भी प्रदर्शन से  दूरी बना ली अौर हड़ताल से अलग रहे। कैथल में हड़ताल विफल होने पर सरकार की बजाए रोडवेज कर्मचारी यूनियन के नेता अपनों को ही कोसते नजर आए। फतेहाबाद और कुरुक्षेत्र में भी रोडवेज की बसें दिन चढ़ने के साथ चलने लगीं। राज्‍यभर में हड़ताल के कारण सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

 फतेहाबाद बस स्‍टैंड से रवाना होती एक बस।

रोडवेज कर्मचारी ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर बसों का चक्का जाम किया गया है, हालांकि दो बड़ी रोडवेज कर्मचारी यूनियनों ने हड़ताल से खुद को अलग कर लिया है। हड़ताल के कारण कुछ जगहों को छोड़कर रोडवेज की बसें नहीं चल रही हैं। हिसार सहित कुछ जगहों पर कुछ प्राइवेट बसों को चलाया जा रहा है।

जींद में प्रदर्शन कर रहे हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों काे समझाते अधिकारी।

सिरसा में पांच रोडवेज कर्मचारियों के खिलाफ एस्मा के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही यहां 12 कर्मचारी नेताआें को गिरफ्तार किया गया है। इनमें इंटक नेता भीम सिंह, चंद्रशेखर धम्‍मी व अन्य शामिल हैं। हिसार में रोडवेजे कर्मचारी यूनयिन के राज्‍य प्रधान दलबीर किरमारा सहित करीब 34 कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया।

हिसार में दलबीर किरमारा और अन्‍य कर्मचारियों को हिरासज में लेकर जाती पुलिस।

जींद में भी कई हड़ताली कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। यहां सुबह बस रोक रहे रोडवेज कर्मचारियों पर  लाठी चार्ज किया गया। यूनियन नेताओं का कहना है कि इसमे करीब 35 कर्मचारी घायल हुए। फतेहाबाद में भी बसों को चलाने से राेकने पर हड़ताली रोडवेज कर्मचारियों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने की सूचना है।

जींद और फतेहाबाद में हड़ताली कर्मचारियों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में हिसार सहित कई बस स्टैंडों पर कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। हिसार में रोडवेज कर्मचारी यूनियन के राज्य प्रधान दलबीर कीरमारा के नेतृत्व में रोडवेज कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।

हिसार में  रोडवेज की बसें नहीं चलने के कारण बस स्‍टैंड पर खड़ी प्राइवेट बसें।

रोहतक में भी रोडवेज बसों का चक्का जाम है। डिपो से एक भी बस कर्मचारियों ने नहीं निकलने दी। सुबह करीब चार बजे डिपो से पहली बस निकालने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी बस के सामने जमीन पर लेट गए। रोडवेज अधिकारियों ने मनाने का काफी प्रयास किया लेकिन कर्मचारी नहीं माने। बस स्‍टैंड पर भारी पुलिस बल तैनात है।

दूसरी ओर रोडवेज अधिकारियों ने रात को ही कुछ बसों को पुलिस लाइन में खड़ा कर दिया था ताकि विभिन्न रूटों पर रवाना किया जा सके। लेकिन, हड़ताली कर्मचारी पुलिस लाइन के बाहर भी पहुंच गए आैर इन बसों को भी नहीं चलने दिया। रोडवेज बसों का चक्का जाम होने की वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्राइवेट वाहन वालों की चांदी हो रही है और काफी वाहन ओवरलोडेड नजर आए।

रोहतक में बसों को डिपो से नहीं निकलने देने के लिए गेट पर लेटे रोडवेज कर्मचारी।

दूसरी ओर, अंबाला में प्रशासन की घेराबंदी के आगे हड़ताली कर्मचारी टिक नहीं पाए और यहां कई रूटों पर बसें चलने की सूचना है। पूरी रात से डिपो पर धरना दे रहे कर्मियों को सुबह साढ़े छह बजे पुलिस जबरन उठाकर ले गई।

दूसरी ओर, परिवहन सेवाओं को बनाए रखने के लिए महकमे के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह ने सभी चालक-परिचालकों सहित अन्य कर्मचारियों की छुट्टियां रद करने के साथ ही हड़ताल में शामिल कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वहीं प्रदेश सरकार को हाई कोर्ट का भी सहारा मिला है जिसने चक्का जाम की वीडियोग्राफी कराते हुए हड़ताली कर्मचारियों पर एस्मा के तहत कार्रवाई का आदेश दिया है। रोडवेज यूनियनों ने हाई कोर्ट में हड़ताल नहीं करने की अंडरटेकिंग दे रखी है।

अंबाला बस स्‍टैंड से एक रूट पर रवाना होती हरियाणा रोडवेज की बस।

सरकार की कोशिश हड़ताल से अलग हुई सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन और हरियाणा कर्मचारी महासंघ से संबंधित रोडवेज कर्मचारी यूनियन हरियाणा की मदद से बस सेवाओं के संचालन की है। एस्मा लागू करने की खिलाफत में उतरी दोनों यूनियनों ने साफ कर दिया कि वह हड़ताल से तटस्थ रहेंगी। एसीएस धनपत सिंह ने दोहराया कि हड़ताल के नाम पर ब्लैकमेलिंग अब नहीं चलेगी। हड़ताली कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त की जा सकती हैं।

 

कैथल बस स्‍टैंड से भी कई बसें चलती नजर आईं।

इसलिए हो रही हड़ताल

किलोमीटर स्कीम के तहत परिवहन विभाग में 720 बसों को कांट्रेक्ट पर चलाने और पूर्व में हुए समझौते लागू नहीं होने से रोडवेज कर्मचारी भड़के हुए हैं। इसी मुद्दे को लेकर गत 7 अगस्त को हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने पूरे प्रदेश मेें बसों का चक्का जाम कर दिया था। अब ज्वाइंट एक्शन कमेटी हड़ताल कर रही है। यूनियन पदाधिकारी दलबीर किरमारा ने कहा कि फिलहाल हड़ताल एक दिन की होगी। अगर सरकार ने किसी कर्मचारी पर एक्शन लिया तो इसे अनिश्चितकाल के लिए बढ़ाया जा सकता है।

 

कुरुक्षेत्र बस स्‍टैंड से निकलती एक बस।

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