भाजपा और कांग्रेस की हरियाणा की नई टीमों के गठन की हलचल तेज, धनखड़ व सैलजा ने दिया अंतिम रूप
बरोदा उपचुनाव के बाद अब हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस मेे हलचल तेज हो गई है। दोनों दलों में प्रदेश टीमों के गठन के लिए गतिविधियां तेज हो गई है। कुमारी सैलजा और ओमप्रकाश धनखड़ ने अपनी टीमों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा में बरोदा उपचुनाव 2020 (Baroda Byelection 2020) के बाद कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में अब संगठन के स्तर पर गतिविधियां तेज हो गई हैं। बरोदा उपचुनाव में जीत के बाद कांग्रेस के नेताओं का उत्साह आसमान में है और वे राज्य में सक्रियता बढ़ाने की तैयारी में हैं। इन सबके बीच हरियाणा कांग्रसे की अध्यक्ष कुमारी सैलजा अपनी प्रदेश टीम के गठन की तैयारियों में जुट गई हैं। दूसरी ओर हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश धनख़ड़ भी पार्टी की नई टीम को अंतिम रूप दे चुके हैं।
उपचुनाव के बाद अब कांग्रेस और भाजपा दोनो हरियाणा में अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की रणनीति पर कार्य कर रहे हैं। भाजपा पहले ही अपने जिला प्रधानों की घोषणा कर चुकी है और अब व प्रदेश टीम का गठन जल्द करने की तैयारी में है। यहर हालत कांग्रेस की भी है। यही कारण है कि भाजपा और कांग्रेस में हलचल बढ़ गई है। दोनोें पार्टियों की नई प्रदेश टीमों के गठन को लेकर गतिविधियां भी तेज हो गई है।
बताया जाता है कि हरियाणा भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने नेताओं से विचार-विमर्श की लंबी प्रक्रिया के बाद अपनी नई टीम चुन ली है और इसमें मुख्यमंत्री मनोहरलाल की सहमति भी है। इस पर पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व की मुहर भी लग गई होती, लेकिन हरियाणा कांग्रेस के नए प्रभारी विनोद तावड़े और सह प्रभारी शंकुंतला देवी की सहमति भी ली जाएगी। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि उनके प्रभार संभालते ही हरियाणा भाजपा की नई टीम काे हरी झंडी दे दी जाएगी।
दूसरी ओर, हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी सैलजा भी अपनी नई टीम के गठन को लेकर तैयारियों में जुटी हुई हैं। बताया जाता है कि वह इसे अंतिम रूप दे चुकी हैं। इसमें पार्टी के नए हरियाणा प्रभारी विवेक बंसल की सहमति भी महत्वपूर्ण है। यहां बता दें कि हरियाणा कांग्रेस की नई टीम का गठन करीब एक साल से लटका हुआ है और इसमेें पार्टी के दिग्गन नेताओं की खींचतान प्रमुख कारण माना जा रहा है। हरियाणा कांग्रेस के दिग्गजों के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। बताया जाता है कि सैलजा अब जल्द ही पार्टी के प्रदेश प्रभारी के साथ मिलकर नई टीम को अंतिम रूप देकर आलाकमान को स्वीकृति के लिए भेजेंगी। बता दें के सैलजा सितंबर 2019 में हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष बनी थीं।
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