Chakka Jam: किसानों के चक्का जाम की अवधि खत्म, हरियाणा में सामान्य होने लगा यातायात
Farmers Chakka Jam कृषि कानूनों को लेकर आहूत चक्का जाम को लेकर हरियाणा में किसान सड़कों पर डटे रहे। हरियाणा में किसानों की 140 से अधिक स्थानों पर जाम लगाया। जाम में कांग्रेस व इनेलो ने भी सहयोग किया।
जेएनएन, चंडीगढ़। Farmer's Chakka Jam: कृषि सुधार कानूनों को लेकर आंदोलनरत किसानों का हरियाणा में चक्का जाम किया। राज्य में अधिकांश जगह जाम का असर दिखा। अधिकांश मुख्य मार्गों पर आवाजाही पूरी तरह से ठप रही। किसान सड़कों पर बैठे रहे। अभी तक राज्य में माहौल शांतिपूर्ण बना हुआ है। जाम में कांग्रेस व इनेलो भी सहयोग दिया। जाम दोपहर 12 से 3 बजे तक किया गया। अब अधिकांश जगह से किसान सड़कों से उठ गए है। यातायात पहले की तरह नार्मल होने लगा है।
वहीं, पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से चौकस रहा। हरियाणा में 140 से अधिक स्थानों पर आंदोलनकारी किसान स्टेट और नेशनल हाईवे जाम करने के लिए बैठे। इससे निपटने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से सभी जिलों में पुलिसिया एवं प्रशासनिक व्यवस्था की गई थी।
किसानों के चक्का जाम के कारण कई वाहनों को यहां से लौटना पड़ा। बड़े वाहनों को चालकों ने सड़क किनारे लगा दिए। धरनास्थलों पर हुक्का और रागिनियों का दौर चला। असंध रोड भी बंद हो गया है। गांव भालसी के पास किसान दरी बिछाकर बैठ गए हैं। किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं। पुलिस भी पास ही मौजूद है। पर कुछ नहीं कर पा रही। जींद में किसानों ने जिले की सीमा में इंट्री के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। हरियाणा रोडवेज भी नहीं चल रही हैं।
पानीपत में किसानों ने टोल प्लाजा के पास जाम लगाया हुआ है। किसानों ने दिल्ली की तरफ से आने वाले वाहनों और करनाल की तरफ से आने वालों को रोक दिया है। हालांकि किसान एंबुलेंस व इमरजेंसी वाहनों को जाने की इजाजत दे रहे हैं। सीएम सिटी करनाल में भी जाम का असर दिख रहा है। नेशनल हाईवे 44 बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों ने मुख्य प्रदर्शन किया। टोल के निकट पहुंचे वाहन या तो वापस लौट गए या वहीं रुक गए हैं, जहां तक पहुंच सके। लंगर भी चल रहा है। यहां भी इमरजेंंसी वाहनों को जाने दे रहे हैं। कैथल में किसान तितरम मोड़ पर बैठे हैं। किसानों ने ट्रैक्टर ट्रालियों को बीच रास्ते में खड़ा किया हुआ है। विरोध प्रदर्शन में बच्चे व महिलाएं भी शामिल हैं।
हिसार के नारनौंद के माजरा प्याऊ पर किसानों ने जाम लगाया। बरवाला में हांसी रोड पर राजली नहर के समीप और अग्रसेन चौक को भी जाम किया गया है। यहां बाडो टोल प्लाजा पर जाम के दौरान एंबुलेंस को रास्ता दिया गया। हांसी के रामायण टोल पर भी चक्का जाम कर दिया गया है। हांसी में रामायण टोल पर चक्का जाम के दौरान किसान लस्सी लेकर पहुंचे।
फतेहाबाद में एंबुलेंस को रास्ता देते किसान। जागरण
भिवानी में भिवानी-चरखी दादरी मार्ग पर कितलाना टोल प्लाजा पर किसानों ने चक्का जाम कर दिया है। महिलाएं भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं। फतेहाबाद के भट्टू कलां में भारत बंद को लेकर पहले आक्रोश रैली का आयोजन किया गया। भट्टू मंडी के विभिन्न रोड़ पर पैदल यात्रा निकाल किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। फतेहाबाद के टोहाना खंड के गांव समैन व कन्हड़ी में किसानों ने नेशनल हाईवे 148-बी पर जाम लगाया। बहादुरगढ़ में सोनीपत-झज्जर हाईवे के छारा टोल पर भी किसान बैठे हुए हैं। इससे यहां आवाजाही लगभग ठप है।
कैथल में तितरम मोड़ पर बैठे किसान। जागरण
सिरसा जिले में 24 जगह पर जाम लगाया गया है। ज्यादातर जाम नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे पर है। सिरसा के भावदीन टोल प्लाजा तथा खुईयां मलकाना टोल प्लाजा पर पहले से किसानों के धरने चल रहे हैं और वहां पर भी जाम लगा दिया गया है। लोगों को कच्चे रास्तों से निकलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। रोहतक में नेशनल, स्टेट व एप्रोच मार्गों पर पूरी तरह से किसानों का चक्का जाम है।
जाम में फंसे लोगों को खाना खिलाते किसान। जागरण
जो जाम में फंसे, उनको खाना खिला रहे
जो लोग जाम में फंसे हैं, उनके लिए लंगर का इंतजाम है। सभी से कहा जा रहा है कि तीन घंटे तक वाहन आगे नहीं जा सकते। आप लोग यहां पर लंगर खा सकते हैं। लाइन से लंगर बांटा जा रहा है। पानीपत में नेशनल हाईवे पर टोल के पास ही ये लंगर लगाया गया है।
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