ढींगरा आयोग की रिपोर्ट तैयार, हुड्डा और खेमका से नहीं हुई पूछताछ

हरियाणा के गुड़गांव में हुए भूमि सौेदे की जांच के लिए गठित जस्टिस एसएन ढी़ंगरा आयोग ने अपनी रिपोर्ट तैयार की ली है। अायोग 31 अगस्‍त से पहले अपनी रिपोर्ट पेश कर सकता है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sat, 27 Aug 2016 12:37 PM (IST) Updated:Sat, 27 Aug 2016 12:51 PM (IST)
ढींगरा आयोग की रिपोर्ट तैयार, हुड्डा और खेमका से नहीं हुई पूछताछ

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। जस्टिस एसएन ढींगरा आयोग ने गुडग़ांव जिले में रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी समेत विभिन्न कंपनियों से जुड़े जमीन के सौदों और लाइसेंस देने की जांच-पड़ताल पूरी कर ली है। आयोग ने करीब 250 फाइलों का अध्ययन करने के बाद अपनी रिपोर्ट तैयार की है, जो किसी भी समय मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सौंपी जा सकती है।

जस्टिस एसएन ढींगरा ने जांच के सिलसिले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भी तलब किया था, लेकिन उन्होंने अपनी जगह अपने वकील को भेज दिया था। नतीजतन हुड्डा जांच में शामिल नहीं हो पाए। इसी तरह आयोग ने आइएएस अधिकारी अशोक खेमका से भी कोई पूछताछ नहीं की है। खेमका द्वारा वाड्रा की कंपनी के जमीन सौदों का इंतकाल रद करने के बाद ही यह मामला सुर्खियों में आया था।

पढ़ें : विधायक के बेटे पर राजस्थान में दुष्कर्म का केस, कांग्रेस के दो नेता आमने-सामने

आयोग का कार्यकाल 31 अगस्त को हो जाएगा खत्म, रिपोर्ट सौंपने के लिए सीएम से मांगा समय

जस्टिस ढींगरा आयोग ने सरकार को जांच की स्थिति से अवगत करवाते हुए रिपोर्ट सौंपने के लिए मुख्यमंत्री मनोहरलाल से समय मांग लिया है। सीएमओ के एक अधिकारी ने बताया कि आयोग अपने कार्यकाल के खत्म होने से पहले यानि 31 अगस्त तक अपनी रिपोर्ट सौंप देगा।

पढ़ें : सलमान खान फिर मुश्किल में, कुलदीप बिश्नोई ने कहा- काला हिरण मामले में जाएंगे सुप्रीम कोर्ट

उल्लेखनीय है कि भाजपा ने सत्ता में आने के कुछ दिनों बाद साल 2015 में गुडग़ांव के सेक्टर 83 में विवादित जमीन सौदों की पड़ताल के लिए दिल्ली हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस एसएन ढींगरा की अगुवाई में आयोग गठित किया था।

पढ़ें : हरियाणा विस में जैन मुनि का प्रवचन, सद्भाव के बीच तीन कांग्रेस MLA का निलंबन खत्म

आयोग दो माह पहले अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपने वाला ही था कि ऐन वक्त पर आयोग को जमीन सौदों से जुड़े कुछ और दस्तावेज मिले। भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने उन्हें यह दस्तावेज उपलब्ध कराए। इसी दौरान रिटायर्ड जस्टिस ढींगरा भी एक मामले के कारण विवादों में फंस गए थे।

chat bot
आपका साथी