उपेक्षित बच्चे भी प्यार व वात्सल्य के अधिकारी : शर्मा

सरस्वती इंस्टीट्यूट आफ लॉ के सहायक प्रोफेसर नरेश शर्मा ने कहा है कि समाज के सभी उपेक्षित बच्चे प्यार व वात्सल्य के अधिकारी हैं। अपने बच्चों को दुख हो तो हमारे दिल में दर्द होता है। यदि किसी दूसरे के बच्चे को दुख हो तो हम पर कोई असर नहीं पड़ता। ऐसी मानसिकता से कभी भी स्वस्थ समाज का निर्माण नहीं हो सकता।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Sep 2018 05:34 PM (IST) Updated:Wed, 12 Sep 2018 05:34 PM (IST)
उपेक्षित बच्चे भी प्यार व वात्सल्य के अधिकारी : शर्मा
उपेक्षित बच्चे भी प्यार व वात्सल्य के अधिकारी : शर्मा

संवाद सहयोगी, पलवल: सरस्वती इंस्टीट्यूट आफ लॉ के सहायक प्रोफेसर नरेश शर्मा ने कहा है कि समाज के सभी उपेक्षित बच्चे प्यार व वात्सल्य के अधिकारी हैं। अपने बच्चों को दुख हो तो हमारे दिल में दर्द होता है। यदि किसी दूसरे के बच्चे को दुख हो तो हम पर कोई असर नहीं पड़ता। ऐसी मानसिकता से कभी भी स्वस्थ समाज का निर्माण नहीं हो सकता।

नरेश शर्मा पंचवटी रोड़ स्थित सावित्री देवी बाल दिव्यांग विद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति मानती है कि सारा विश्व ही एक परिवार है। उन्होंने कहा कि हम सभी का उद्देश्य सारे विश्व को आर्य बनाने का है। इस अवसर पर विद्यालय में छोटी बालिका आन्या को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में परमात्मा की प्रार्थना भी की गई।

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