Kisan Andolan: हरियाणा के पलवल में भावुक हुए ओम प्रकाश चौटाला, कहा- मेरी लाज रखना

पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने गांव अटोहां में चल रहे किसान आंदोलन में कहा कि जिनको नौकरी मिली उनकी तरक्की हो गई और जो नौकरी दिलाने वाला था वह सजा के बाद भी सजा काटता रहा। जेल से आने के बाद सबसे पहले आपके बीच आया हूं मेरी लाज रखना।

By Jp YadavEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 03:15 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 03:15 PM (IST)
Kisan Andolan: हरियाणा के पलवल में भावुक हुए ओम प्रकाश चौटाला, कहा- मेरी लाज रखना
Kisan Andolan: हरियाणा के पलवल में भावुक हुए ओम प्रकाश चौटाला, कहा- मेरी लाज रखना

नई दिल्ली/पलवल, जागरण संवाददाता। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि वे पैदा ही एक किसान और किसानों के मसीहा चौधरी देवीलाल के घर में हुए हैं, इसलिए किसानों और पलवल के लोगों से उनका विशेष लगाव है। जिसके चलते सजा पूरी होने के बाद सबसे पहले वह पलवल जिले के किसानों के बीच पहुंचे हैं। अच्छे काम करने की वजह से मुझे दस वर्ष की सजा हुई थी। इल्जाम यह था कि मैंने गलत लोगों को नौकरियां दीं। जिनको नौकरी मिली उनकी तरक्की हो गई और जो नौकरी दिलाने वाला था वह सजा के बाद भी सजा काटता रहा। जेल से आने के बाद सबसे पहले आपके बीच आया हूं, मेरी लाज रखना। यह उक्त बातें पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने गांव अटोहां में चल रहे किसान आंदोलन में कहीं।

दरअसल, जेबीटी भर्ती घोटाला मामले में सजा पूरी करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला का जिले में यह पहला दौरा था। किसानों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री अपने पुराने अंदाज में नजर आए। किसानों के बीच उन्होंने सभी वर्गों को साधा और प्रदेश की सरकार पर जमकर हमला बोला। चौटाला ने कहा कि कृषि कानून पूरी तरह से किसान और खेती विरोधी हैं और यह निश्चित तौर पर बदले जाएंगे। कानून ही नहीं, कानून बनाने वाली सरकार का भी पतन तय है।

इस दौरान उनके साथ इनेलो जिलाध्यक्ष अजीत बाबी, महेंद्र सिंह चौहान, महावीर चौहान, किसान नेता मास्टर महेंद्र सिंह चौहान, रतन सिंह सौरोत, 52 पालों के अध्यक्ष अरुण जेलदार व स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती सहित सैकड़ों की संख्या में जिले के किसान मौजूद रहे।

गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर के चारों बॉर्डर (टीकरी, सिंघु, शाहजहांपुर और गाजीपुर) पर यूपी, पंजाब और हरियाणा के किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को पूरी तरह से वापस ले, तभी यह धरना खत्म होगा।

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