जिले के तीन स्थानों पर बाईपास निर्माण से विकास की गति को मिलेगा बढ़ावा

जागरण संवाददाता नूंह जिले के पिनगवां - पुन्हाना तथा अडबर बाईपास को लेकर मंगलवार को ह

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Jan 2022 06:29 PM (IST) Updated:Tue, 25 Jan 2022 06:29 PM (IST)
जिले के तीन स्थानों पर बाईपास निर्माण से विकास की गति को मिलेगा बढ़ावा
जिले के तीन स्थानों पर बाईपास निर्माण से विकास की गति को मिलेगा बढ़ावा

जागरण संवाददाता, नूंह : जिले के पिनगवां - पुन्हाना तथा अडबर बाईपास को लेकर मंगलवार को हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव संजीव कौशल के साथ उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह से हुई बातचीत में विस्तार पूर्वक चर्चा हुई। भूमि को लेकर हुई वीडियो कान्फ्रेंसिग में इन तीनों बाईपास के निर्माण को लेकर अब जल्दी ही रास्ता साफ हो सकता है।

उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने बताया कि मुख्य सचिव संजीव कौशल के साथ हुई बातचीत में नूंह जिले के तीन नए बाईपास बनाने को लेकर बातचीत हुई है। उन्होंने कहा कि पिनगवां तथा पुन्हाना शहरों के अलावा होडल मार्ग से अडबर बाईपास को लेकर बातचीत हुई है। उपायुक्त ने कहा कि किसानों ने जमीनों के मुआवजे के लिए धनराशि कई गुणा अधिक बताकर आवेदन किया है। जबकि हकीकत में जमीन के दाम इतने अधिक नहीं हैं। उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि जल्दी ही वे पिनगवां तथा पुन्हाना में किसानों के साथ बातचीत करेंगे ताकि किसान अपनी जमीनों के रेट जायज बताकर बाईपास के लिए जमीन देने पर सहमत हो जाए। इन तीन बाईपास के बनने के बाद जिले में विकास की गति को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही प्रतिदिन लगने वाले जाम से भी आमजन को छुटकारा मिलेगा। उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि ठीक इसी तरह नल्हड़ मेडिकल रोड से ऊंटका गांव होते हुए दिल्ली-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग को जोड़ने वाले बाईपास के लिए भी किसानों ने ई-भूमि के माध्यम से अपनी जमीनों के रेट अधिक मांगे थे, लेकिन जब इस बारे में किसानों से बातचीत की गई तो उनसे उचित दाम पर सहमति बन गई। डीसी ने कहा कि जल्दी ही नल्हड़ रोड से ऊंटका गांव होते हुए गुरुग्राम-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए बाईपास बनाया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि शहर में बड़े वाहनों का आवागमन कम हो सके और जाम जैसी समस्या से लंबे समय के लिए छुटकारा मिल जाए, इसीलिए बाईपास का निर्माण शहर के समीप कराया जा रहा है।

उपायुक्त ने कहा कि जिले के पिनगवां - पुन्हाना शहर में भी अकसर जाम जैसी स्थिति बनी रहती है। यह समस्या काफी लंबे समय से बनी हुई है। इलाके के लोगों ने सरकार से इन दोनों शहरों में बाईपास बनाने की मांग की थी। जिसे सरकार ने मानते हुए कहा कि अगर सही दाम पर किसान बाईपास के लिए जमीन देने को राजी होते हैं, तो तत्कालीन शहरों में बाईपास बना दिए जाएंगे। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा की वह सभी उन किसानों से अपील करते हैं जिनकी जमीन पिनगवां - पुन्हाना तथा अड़बर बाईपास के लिए अधिग्रहण की जानी है। लिहाजा किसान सर्किल रेट पर अपनी जमीनों के उचित मुआवजे का आवेदन सरकार से करें, तो यह रास्ता जल्दी ही साफ हो सकता है। शहरों के साथ - साथ इन क्षेत्रों में पड़ने वाले सैकड़ों गांवों के लिए जाम की समस्या से हमेशा के लिए निजात मिल सकती है। उपायुक्त ने कहा कि सरकार इन बाईपास को लेकर पूरी तरह से गंभीर है। प्रदेश के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने वीडियो कान्फ्रेंसिग के दौरान बाईपास को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की है। डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने इस वीडियो कान्फ्रेंसिग के बाद तय किया है कि उन किसानों से वार्ता हो, जिनकी जमीन बाईपास के लिए अधिग्रहण की जानी है, ताकि आपसी बातचीत से सहमति बन सके और सरकार जल्द से जल्द इन शहरों में बाईपास बनाने का रास्ता साफ हो सके।

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