चाय की चुस्की से सुस्ती नहीं शरीर टूटेगा जनाब

आप और हम सब शहर की दुकानों से खाद्य सामग्री भरोसे के साथ खरीदते हैं ताकि खाद्य सामग्री के इस्तेमाल से स्वस्थ रहें। लेकिन आपको पता चले कि जो सामग्री खा रहे हैं वह मिलावटी या नकली है तो इस धोखे को शायद ही माफ कर सको। जनाब कुछ लोग मुनाफा कमाने के चक्कर में आपके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने से पीछे नहीं हटते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Jun 2022 07:01 PM (IST) Updated:Thu, 30 Jun 2022 07:01 PM (IST)
चाय की चुस्की से सुस्ती नहीं शरीर टूटेगा जनाब
चाय की चुस्की से सुस्ती नहीं शरीर टूटेगा जनाब

जागरण संवाददाता,नारनौल: आप और हम सब शहर की दुकानों से खाद्य सामग्री भरोसे के साथ खरीदते हैं, ताकि खाद्य सामग्री के इस्तेमाल से स्वस्थ रहें। लेकिन आपको पता चले कि जो सामग्री खा रहे हैं, वह मिलावटी या नकली है तो इस धोखे को शायद ही माफ कर सको। जनाब कुछ लोग मुनाफा कमाने के चक्कर में आपके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने से पीछे नहीं हटते हैं।

सुबह की चाय की चुस्की भी मिलावटी और दाल के कंकर स्वाद बिगाड़ रहे हैं। यह आरोप हम नहीं लगा रहे हैं, बल्कि खाद्य विभाग द्वारा लिए गए सैंपलों की रिपोर्ट आने के बाद यह खुलासा हुआ है। जी हां, एक माह पहले रेवाड़ी रोड व महाबीर चौक स्थित परचून की दुकानों से खाद्य सामग्री के सैंपल लिए थे। इन सैंपलों की रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट में पता चला कि नारनौल के रेवाड़ी रोड स्थित एक दुकान की चाय पत्ती व मूंगदाल के सैंपल फेल आए हैं। महाबीर चौक स्थित एक दुकान से लिए गए मैदा का सैंपल भी फेल आ गए हैं। इन दुकानदारों को खाद्य विभाग ने एक माह का नोटिस भेजा है, जिसके बाद आगामी कार्रवाई शुरू की जाएगी।

यहां स्पष्ट कर दें कि भले ही खाद्य अधिकारियों द्वारा नोटिस तो जारी कर दिए गए पर मिलावटी सामान की बिक्री चल रही है, उसे रोकने के लिए अभी तक ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। नोटिस का जवाब देने की प्रक्रिया लंबी चलेगी और उक्त अवधि के दौरान मिलावटी खाद्य पदार्थ बिक्री का दौर जारी रहेगा, इस पर अंकुश लगेगा, संभव नहीं लगता है।

खाद्य अधिकारी डा. दीपक चौधरी ने कहा कि पिछले माह नारनौल शहर की दुकानों से लिए गए सैंपलों की रिपोर्ट आ गई है। दो दुकानों से लिए गए सैंपल फेल आए हैं। दोनों को नोटिस जारी कर दिया गया है। गौरतलब है कि खाद्य विभाग द्वारा मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी मुनाफाखोर बाज नहीं आ रहे हैं और वे भोली-भाली जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

chat bot
आपका साथी