अनाज मंडियों में धान की आवक तेज, गेट तक पहुंचा धान

कुरुक्षेत्र। आढ़तियों की हड़ताल भले ही खत्म हो गई है लेकिन अब तक सरकारी खरीद शुरू नहीं हो पाई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 08:00 AM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 08:00 AM (IST)
अनाज मंडियों में धान की आवक तेज, गेट तक पहुंचा धान
अनाज मंडियों में धान की आवक तेज, गेट तक पहुंचा धान

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : आढ़तियों की हड़ताल भले ही खत्म हो गई है, लेकिन अब तक सरकारी खरीद शुरू नहीं हो पाई है। दूसरी ओर फसल पककर तैयार होने के चलते पिछले कई दिनों से जिलेभर की अनाज मंडियों में धान की आवक तेज हो गई है। ऐसे में अनाज मंडियों में धान के ढेर लगने लगे हैं। आवक बढ़ने से सड़कों तक पर धान डालना पड़ रहा है। किसान और आढ़तियों ने जल्द सरकारी खरीद शुरू करने की मांग की है।

जिला भर में एक लाख 18 हजार हेक्टेयर के लगभग रकबे में धान की फसल खड़ी है। इसमें 80 फीसद के करीब क्षेत्र में पीआर किस्म की धान है। सितंबर माह के अंतिम दिनों में खेतों में खड़ी फसल पककर तैयार होने लगती है। इसी के चलते गत वर्ष 26 सितंबर से सरकारी खरीद शुरू कर दी गई थी। लेकिन इस बार अभी तक सरकारी खरीद शुरू होने को लेकर कोई हलचल दिखाई नहीं दे रही है। पहले 25 सितंबर से खरीद शुरू करने की बात कही जा रही है थी अब अधिकारी एक अक्टूबर से खरीद शुरू होने की बात कह रहे हैं। खरीद में देरी से अनाज मंडियों में समस्या बढ़ती जा रही है। डीसी से मुलाकात कर खरीद शुरू करने की मांग

थानेसर की नई अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के एक गुट के प्रधान सुशील सिगला के नेतृत्व में आढ़तियों ने मंगलवार शाम को ही डीसी शरणदीप कौर बराड़ से मुलाकात कर जल्द खरीद शुरू करने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने अनाज मंडी में लाइट व्यवस्था व अन्य सुधार करने के लिए एक ज्ञापन भी सौंपा है। मंडी पहुंचा करीब एक लाख क्विंटल धान

हरियाणा राज्य अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के जिला सचिव हरविद्र बंसल ने कहा कि थानेसर की नई अनाज मंडी में ही करीब एक लाख क्विंटल धान पड़ा है। कुछ ऐसे ही हालात जिला भर की अनाज मंडियों के हैं। अगर जल्द खरीद शुरू नहीं हुई तो अनाज मंडियां जाम हो जाएंगी। किसानों की परेशानी को समझे सरकार

किसान नेता रामदिया कन्यान ने कहा कि अनाज मंडियां धान से अंटी पड़ी हैं और सरकारी खरीद एक अक्टूबर से शुरू करने की बात कही जा रही है। किसान पककर तैयार खड़ी फसल को खेत में नहीं रोक सकता। सरकारी खरीद शुरू न होने पर किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। सरकार को चाहिए किसान की परेशानी को देखते हुए जल्द खरीद शुरू की जाए।

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