स्वच्छता प्रेरणा के रूप में मनाया स्वामी ज्ञानानंद का जन्मोत्सव

गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि अहंकार और ईष्र्या भगवान की कृपा प्राप्ति में सबसे बड़े बाधक हैं। यदि मनुष्य इन दोनों बीच में न आने दे तो कृपा अपना खेल खेलती है और अनोखे रंग दिखाकर मानव जीवन में वारे न्यारे कर देती है। वे गीता ज्ञान संस्थान में कृष्ण कृपा प्रेरणा सत्संग एवं राधा जागरण कार्यक्रम में श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 May 2019 05:30 AM (IST) Updated:Fri, 17 May 2019 06:35 AM (IST)
स्वच्छता प्रेरणा के रूप में मनाया स्वामी ज्ञानानंद का जन्मोत्सव
स्वच्छता प्रेरणा के रूप में मनाया स्वामी ज्ञानानंद का जन्मोत्सव

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि अहंकार और ईष्र्या भगवान की कृपा प्राप्ति में सबसे बड़े बाधक हैं। यदि मनुष्य इन दोनों बीच में न आने दे तो कृपा अपना खेल खेलती है और अनोखे रंग दिखाकर मानव जीवन में वारे न्यारे कर देती है। वे गीता ज्ञान संस्थान में कृष्ण कृपा प्रेरणा सत्संग एवं राधा जागरण कार्यक्रम में श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम उनके जन्मोत्सव के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित करके विधिवत उद्घाटन हरियाणा विधानसभा के स्पीकर कंवरपाल गुर्जर तथा अनेक संतों ने किया। कार्यक्रम में उदासीन बड़ा अखाड़ा हरिद्वार के श्रीमहंत महेश्वरदास, स्वामी शाश्वतानंद, बाबा भूपेंद्र सिंह पटियाला, स्वामी सत्यात्मानानंद, स्वामी ज्ञानेश्वर, संजीव कृष्ण ठाकुर, हरिओमदास, विधायक लतिका शर्मा, विधायक संतोष सांगवान, मुख्यमंत्री के ओएसडी डॉ. योगेंद्र मलिक, मुख्यमंत्री के निजी सचिव राजेश गोयल, कुवि के कुलपति डॉ. केसी शर्मा, श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलदेव, कुवि की रजिस्ट्रार नीता खन्ना, हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष विरेंद्र चौहान, करनाल की मेयर रेणू बाला बृज गुप्ता सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। इस अवसर पर थैलीसीमिया बच्चों के लिए रक्तदान शिविर आयोजित किया गया, जिसमें दिल्ली रेडक्रॉस से आई टीम ने 151 रक्त यूनिट एकत्रित किया।

हरियाणा विधानसभा के स्पीकर कंवरपाल गुर्जर ने स्वामी ज्ञानानंद द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की चर्चा करते हुए उनके दीर्घायु होने की कामना की और कहा कि उन का जीवन गीता और गाय को समर्पित है। भजन रसिक महावीर शर्मा, निकुंज, राजीव, हरप्रीत, वायस आफ इंडिया फेम सुमित सैनी, रतन रसिक ने राधा भाव के भजन गाकर श्रद्धालुओं को झूमने पर विवश कर दिया। खुदा ने पूछ लिया क्या बैकुंठ जाना है, मैंने भी पूछ लिया क्या वहां बरसाना है। तेरी याद में डूबा रहूं कन्हैया, जो गुरुवर जन्म न लेते तो हम दिल किसको देते जैसे भजनों का श्रद्धालुओं ने आनंद उठाया। ब्रह्म भोज का किया गया आयोजन

कार्यक्रम के प्रारंभ में धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के 108 पुजारियों व तीर्थ पुरोहितों को गीता ज्ञान संस्थान में ब्रह्म भोज कराया गया। इस ब्रह्म भोज में नगर के प्रतिष्ठित पुजारी व तीर्थ पुरोहित शामिल हुए, जिनमें मुख्य रूप से श्रीब्राह्मण एवं तीर्थाेद्धार सभा के मुख्य सलाहकार जयनारायण शर्मा, प्रधान पवन कुमार शास्त्री, पूर्व प्रधान यशेंद्र शर्मा और पार्षद नितिन भारद्वाज लाली शामिल थे।

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