महापुरुषों की संगति से हमें जीवन जीने की कला का आभास होता : अगम पुरी

राजेंद्र नगर स्थित स्थानीय श्रीअद्वैत स्वरूप अनंत आश्रम नंगली वाली (कुटिया) में पूर्णमासी के सत्संग और भंडारे का आयोजन किया। जिसका शुभारंभ आश्रम के संचालक संत प्रकाश पुरी व संत अगमपुरी ने किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Feb 2020 09:00 AM (IST) Updated:Mon, 10 Feb 2020 09:00 AM (IST)
महापुरुषों की संगति से हमें जीवन जीने की कला का आभास होता : अगम पुरी
महापुरुषों की संगति से हमें जीवन जीने की कला का आभास होता : अगम पुरी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : राजेंद्र नगर स्थित स्थानीय श्रीअद्वैत स्वरूप अनंत आश्रम नंगली वाली (कुटिया) में पूर्णमासी के सत्संग और भंडारे का आयोजन किया। जिसका शुभारंभ आश्रम के संचालक संत प्रकाश पुरी व संत अगमपुरी ने किया। मंच का संचालन चंद्र प्रकाश धमीजा ने किया।

संत अगम प्रकाश पुरी ने प्रवचन करते हुए कहा कि आज का मानव जीवन जीने की कला भूल चुका हैं और माया का गुलाम बन गया है। महापुरुषों की संगति में आकर हमें जीवन जीने की कला का आभास होता है। यह ज्ञान होता है कि इस मनुष्य जीवन में आकर क्या कर रहे है और क्या करना था। क्योंकि मनुष्य का जन्म ही एक ऐसा मौका है जो हमें अपना सुख-दुख सोच सकते हैं। संतों ने भजनों के माध्यम से संगत का मार्गदर्शन किया। आश्रम के प्रवक्ता महात्मा दिव्यानंद पुरी ने बताया कि इस वर्ष महाशिवरात्रि का पर्व 21 और 22 फरवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा। इसमें 20 फरवरी को शाम 4 बजे ज्योति प्रचंड होगी। 21 फरवरी को रात्रि 9 बजे प्रवचन तथा रुहाणि कव्वालियों का आयोजन किया जाएगा। 22 फरवरी को सुबह 10 बजे ध्वजारोहण होगा। इस मौके पर वेद प्रकाश फौजी, ओम प्रकाश, राजीव चावला, सुशील कुमार, हरबंस फौजी, हरबंश लाल शर्मा, पं. अंकित शर्मा, राज कुमार, अमन खुग्गर, विनोद छाबड़ा व गुलशन मौजूद रहे।

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