बृहस्पतिवार को गर्मी के बाद बरसात से मौसम सुहाना हो गया

पिछले तीन दिनों से उमस भरी गर्मी झेलने के बाद बुधवार की देर रात और बृहस्पतिवार को हुई तेज बरसात ने आमजन को बेहाल कर दिया। बरसात से शहर भर की सड़कें पानी से जलमग्न हो गई। सड़कों पर जमा पानी से निकलने में वाहन चालकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। तेज बरसात के चलते कई जगह सीवर ओवरफ्लो हो गए और बरसाती पानी खाली प्लाटों में घुस गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Jul 2019 09:00 AM (IST) Updated:Sat, 27 Jul 2019 06:36 AM (IST)
बृहस्पतिवार को गर्मी के बाद बरसात से मौसम सुहाना हो गया
बृहस्पतिवार को गर्मी के बाद बरसात से मौसम सुहाना हो गया

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पिछले तीन दिनों से उमस भरी गर्मी झेलने के बाद बुधवार की देर रात और बृहस्पतिवार को हुई तेज बरसात ने आमजन को बेहाल कर दिया। बरसात से शहर भर की सड़कें पानी से जलमग्न हो गई। सड़कों पर जमा पानी से निकलने में वाहन चालकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। तेज बरसात के चलते कई जगह सीवर ओवरफ्लो हो गए और बरसाती पानी खाली प्लाटों में घुस गया। लगभग एक घंटे की बरसात में 45 एमएम पानी बरसा, जबकि बुधवार रात को भी तेज हवाओं के साथ 50 एमएम बरसात हुई थी।

कई दिनों से लोगों को उमस भरी गर्मी झेलनी पड़ रही थी। उमस ने लोगों का घरों से निकलना मुश्किल कर रखा था। दोपहर के समय स्कूल से घर लौटते हुए बच्चे पसीने से तरबतर हो कर घर पहुंच रहे थे। घरों में पंखे और कूलर उमस के सामने फेल हो रहे थे। बेचैनी में लोग घरों से बाहर निकलते तो तेज धूप में खड़ा होना मुश्किल हो जाता। उमस भरी गर्मी से बचने के लिए लोगों के पास एकमात्र एसी का ही सहारा था। बुधवार रात से बृहस्पतिवार तक 90 एमएम से अधिक बरसात

बुधवार की देर रात को तेज हवाओं के साथ बादलों ने धरती पर पानी उड़ेलना शुरू कर दिया था। रात में डेढ घंटा भरी चली बरसात ने सड़कों पर पानी-पानी कर दिया। इसके बाद बृहस्पतिवार को दोपहर 12 बजे एक बार फिर बरसात शुरू हुई । लगभग एक घंटा चली इस बरसात ने लोगों को खूब भिगोया। अपने काम के चलते घरों से निकले लोगों को अचानक आई तेज बरसात से बचने के लिए सड़कों पर ही आस-पास बनी दुकानों का सहारा लेना पड़ा। इससे सड़कों पर बरसात का पानी जमा हो गया। कई जगह खेतों में जलभराव से बढ़ गई समस्या

तेज बरसात ने कई जगह किसानों की फसलों को दोबारा पानी में डूबो दिया है। फसल पानी में डूबने से किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हो गया है। अब दोबारा धान की रोपाई करने के लिए भी खेतों से पानी कम नहीं हो पा रहा है। गांव फतुहपुर के किसान रामदिया ने कहा कि तेज हवाओं के साथ आई बरसात ने मक्के की फसल को भी पानी में गिरा दिया है। इससे कई किसानों की सैंकड़ो एकड़ में खड़ी फसल नष्ट हो गई है।

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