सहायक प्रोफेसर की भर्ती में सीट आरक्षित न होने पर नारेबाजी

सरकारी अनुदान प्राप्त कॉलेजों ाअैर विश्वविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर की रिक्तियों में कोई पद नहीं होने पर लोगों में रोष है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Oct 2019 08:41 AM (IST) Updated:Tue, 01 Oct 2019 08:41 AM (IST)
सहायक प्रोफेसर की भर्ती में सीट आरक्षित न होने पर नारेबाजी
सहायक प्रोफेसर की भर्ती में सीट आरक्षित न होने पर नारेबाजी

जागरण संवाददाता, करनाल : सरकारी अनुदान प्राप्त कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर की भर्तियों में एक भी पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित नहीं रखने पर दलित संगठनों ने अंबेडकर चौक पर एकत्रित होकर गहरा रोष प्रकट कर प्रदर्शन किया। अंबेडकर समाज कल्याण सभा के प्रधान अमर सिंह पातलान ने कहा कि हरियाणा के सरकार से अनुदान प्राप्त कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में हाल ही में जो सहायक प्रोफेसरों के 200 के लगभग पदों को लेकर विज्ञापन हुए हैं उनमें एक भी पद अनुसूचित जाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित नहीं रखा गया है। करनाल के दयाल सिंह कॉलेज में 16, आरकेएसडी कॉलेज कैथल में 19, डीएवी पीजी कॉलेज करनाल में 4, महाराणा प्रताप नेशनल कॉलेज मुलाना (अंबाला) में 6 और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के 95 पदों पर विज्ञापन हुए हैं। पातलान ने कहा कि जिस प्रकार से इन कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में 13 रोस्टर सिस्टम की तर्ज पर यह पद निकाले गए हैं इस प्रकार से तो अनुसूचित जाति का कोई भी योग्यता प्राप्त युवक और युवतियां भविष्य में सहायक प्रोफेसर नहीं बन पाएगा। इस मौके पर चेतराम दैत्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष वाल्मीकि अंबेडकर आंदोलन हरियाणा, अमर सिंह रंगा, वरिष्ठ प्रधान अंबेडकर समाज कल्याण सभा, अशोक दुग्गल, केहर सिंह, हरिचरण पुनिया, राजबीर बाबा, सत्यवान, सुशील दादुपुर, ओमप्रकाश, अमित, राहुल शामगढ़, रतन सिंह कटारिया और रोशन लाल काजल मौजूद थे।

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