बूंदाबांदी ने बढ़ाई किसानों की परेशानी, गेहूं कटाई प्रभावित

बुधवार को दोपहर बाद अचानक हुए मौसम में बदलाव से किसान चितित हो उठे। पूरे जिले में कहीं कहीं हलकी बूंदाबांदी के साथ ही आसमान में बादल छा गए। 26 अप्रैल तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा। बूंदाबांदी के साथ ही धूल भरी आंधी भी चल सकती है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो 30 अप्रैल तक मौसम ऐसा ही रहेगा लेकिन बारिश की संभावनाएं बहुत कम हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Apr 2019 12:43 AM (IST) Updated:Thu, 25 Apr 2019 06:35 AM (IST)
बूंदाबांदी ने बढ़ाई किसानों की 
परेशानी, गेहूं कटाई प्रभावित
बूंदाबांदी ने बढ़ाई किसानों की परेशानी, गेहूं कटाई प्रभावित

जागरण संवाददाता, कैथल : बुधवार को दोपहर बाद अचानक हुए मौसम में बदलाव से किसान चितित हो उठे। पूरे जिले में कहीं कहीं हलकी बूंदाबांदी के साथ ही आसमान में बादल छा गए। 26 अप्रैल तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा। बूंदाबांदी के साथ ही धूल भरी आंधी भी चल सकती है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो 30 अप्रैल तक मौसम ऐसा ही रहेगा, लेकिन बारिश की संभावनाएं बहुत कम हैं। हालांकि बादल छाने और बूंदाबांदी से ही किसानों की चितित स्वाभाविक हैं, क्योंकि मंडियों में गेहूं खुले आसमान के नीचे कच्चे स्थानों पर पड़ा हैं। शहर की दोनों अनाज मंडियों में आढ़तियों के सात लाख कट्टे उठान नहीं होने के कारण खुले में पड़े हैं। वहीं मुख्य मंडियों सहित सभी खरीद केंद्रों पर बारदाना नहीं मिलने से किसान के गेहूं की बोली और तोल नहीं हो पा रहा है। अब तक 70 प्रतिशत गेहूं की फसल मंडियों में पहुंच चुकी है, लेकिन 20 प्रतिशत से ज्यादा की तो अभी तक बिक्री भी नहीं हो पाई है।

बॉक्स

तूड़ी बनाने का कार्य भी हो सकता है प्रभावित

- खेतों में इस समय गेहूं कटाई के साथ ही किसान तूड़ी बनाने के कार्य में भी लगे हुए हैं। हलकी बूंदाबांदी से भी तूड़ी का कार्य प्रभावित हो जाता है। ऐसे में अगर बरसात होती है तो किसानों के सामने गेहूं की फसल में नुकसान के साथ ही चारे का संकट भी खड़ा हो सकता है।

बॉक्स

कृषि महाविद्यालय कौल के प्रिसिपल डॉ. रमेश वर्मा ने कहा कि मौसम अगले कई दिनों तक ऐसा ही बना रहेगा। बूंदाबांदी हो सकती है, लेकिन ज्यादा बारिश की संभावना बहुत कम है। मौसम की वजह से किसानों को काम समेटने में देरी हो सकती है।

chat bot
आपका साथी