पुलवामा हमला व किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों की याद में निकाला कैंडल मार्च

संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से रविवार को पुलवामा में शहीद हुए जवानों की याद में कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी। किसानों का यह कैंडल मार्च नगर खेड़ा से शुरू हो सिनेमा रोड छोटी मंडी से होते हुए शहीद उधम सिंह चौक पर पहुंचा जहां पर शहीद उधम सिंह की प्रतिमा के समक्ष मोमबत्ती जला किसानों ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Feb 2021 06:44 AM (IST) Updated:Tue, 16 Feb 2021 06:44 AM (IST)
पुलवामा हमला व किसान आंदोलन में शहीद  हुए किसानों की याद में निकाला कैंडल मार्च
पुलवामा हमला व किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों की याद में निकाला कैंडल मार्च

संवाद सहयोगी, गुहला-चीका : संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से रविवार को पुलवामा में शहीद हुए जवानों की याद में कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि दी। किसानों का यह कैंडल मार्च नगर खेड़ा से शुरू हो सिनेमा रोड, छोटी मंडी से होते हुए शहीद उधम सिंह चौक पर पहुंचा जहां पर शहीद उधम सिंह की प्रतिमा के समक्ष मोमबत्ती जला किसानों ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। पूर्व सरपंच केहर सिंह, हरि सिंह, गुरमुख सिंह, जरनैल सिंह ने कहा कि 14 फरवरी 2019 को पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे, जबकि 70 अन्य जवान घायल हुए थे। आतंकियों की इस करतूत से पूरे देश में गुस्से का माहौल था और भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर बालाकोट एयर स्ट्राइक को अंजाम दे सैकड़ों आतंकियों को मौत की नींद सुला दिया था। किसान नेताओं ने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध में पिछले तीन महीनों से किसान दिल्ली के बार्डर पर बैठे हैं, लेकिन केंद्र सरकार उनकी बात नहीं सुन रही। इस अवसर पर मास्टर महेंद्र सिंह, बलजीत सिंह, जसवीर सिंह, भाग सिंह, हुकम सिंह, गुरनेक सिंह, पार्षद बलकार सिंह, बाबा मेहर सिंह मौजूद थे।

पुलवामा हमले में शहीद जवानों की याद में कैंडल मार्च निकाला

संवाद सहयोगी, ढांड: ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के सदस्यों ने किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों और पुलवामा हमले में शहीद जवानों की याद में कैंडल मार्च निकालकर श्रद्धांजलि अर्पित की। संगठन के जिलाध्यक्ष कामरेड बाबूराम और ढांड में संगठन के जिला कमेटी सदस्य कृष्ण चंद ने कैंडल मार्च का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कृषि बिल वापस नहीं ले रही है। पिछले तीन महीने से दिल्ली के चारों तरफ बोर्डर पर किसान डटे हुए हैं। उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। केंद्र सरकार से किसानों ने मांग की है इन कानूनों को रद करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून बनाया जाए। इस मौके पर रामसरुप, रविकुमार, संजू, सुभाष चंद्र, कमल, दर्शन सिंह, जेठूराम, सोमा राम व सोहन मौजूद थे।

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