धान का अवशेष जलाकर जिदगी से कर रहे खिलवाड़

दैनिक जागरण की ओर से चलाए गए पराली नहीं जलाएंगे पर्यावरण बचाएंगे अभियान के तहत बृहस्पतिवार को गांव देवीगढ़ की चौपाल पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता गांव के सरपंच गुलाब सिंह ने की। कार्यक्रम में ग्रामीणों सहित अन्य किसानों को अभियान के तहत पर्यावरण संरक्षण को लेकर खेतों में पराली न जलाने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में सभी ग्रामीणों व किसानों ने काफी रुचि दिखाई और पर्यावरण संरक्षण को लेकर खेतों में पराली न जलाने की शपथ भी ली।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Nov 2019 09:22 AM (IST) Updated:Fri, 22 Nov 2019 09:22 AM (IST)
धान का अवशेष जलाकर जिदगी से कर रहे खिलवाड़
धान का अवशेष जलाकर जिदगी से कर रहे खिलवाड़

जागरण संवाददाता, कैथल :

दैनिक जागरण की ओर से चलाए गए पराली नहीं जलाएंगे, पर्यावरण बचाएंगे अभियान के तहत बृहस्पतिवार को गांव देवीगढ़ की चौपाल पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता गांव के सरपंच गुलाब सिंह ने की। कार्यक्रम में ग्रामीणों सहित अन्य किसानों को अभियान के तहत पर्यावरण संरक्षण को लेकर खेतों में पराली न जलाने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में सभी ग्रामीणों व किसानों ने काफी रुचि दिखाई और पर्यावरण संरक्षण को लेकर खेतों में पराली न जलाने की शपथ भी ली।

किसानों में दैनिक जागरण के पराली नहीं जलाने के शपथ पत्र भी भरे और आभार जताया। इसके साथ ही सरपंच गुलाब सिंह ने गांव कई मुख्य स्थानों पर में दैनिक जागरण के जागरूकता के पोस्टर भी चस्पाए। इस मौके पर संसार, रामसिंह, रामफल, बलदेव, रामनिवास, रणधीर सिंह, रामपाल सहित अन्य मौजूद थे।

जागरूकता से दूर होगी समस्या :

गांव के सरपंच गुलाब सिंह ने कहा कि पराली जलाकर पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है और इसका सीधा असर हमारी जिदगी पर ही पड़ रहा है। ऐसी समस्या को मिटाने के लिए दैनिक जागरण सामाजिक सरोकार की भूमिका निभा रहा है, जो कि बेहद सराहनीय है। हर किसान जागरूक होगा तो इस समस्या पर अंकुश लग पाएगा। उन्होंने कहा कि दैनिक जागरण का यह सराहनीय प्रयास है और उन्हें उम्मीद है कि इससे किसानों में अवश्य ही जागरूकता आएगी।

जमीन को होता नुकसान :

किसान रामफल ने कहा कि वे हर साल धान का उत्पादन करते है, लेकिन कभी भी पराली नहीं जलाते। पराली जलाने से पर्यावरण के साथ खेत की जमीन को भी भारी नुकसान होता है। इससे जमीन के उपजाऊ पर गलत असर पड़ता है। पराली को कभी भी नहीं जलाना चाहिए। इसे खेत में ही प्रयोग करें तो जमीन की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है। बड़ी संख्या में मित्र कीट भी जलने से बच जाते हैं, जो हमारी फसल के लिए आवश्यक होते है।

अभियान बेहद सराहनीय :

युवा किसान विक्रम सिंह ने कहा कि पराली न जलाने को दैनिक जागरण का अभियान बेहद सराहनीय व समाज हित में है। ऐसी पहल हर संस्था को करनी चाहिए, ताकि इस समस्या को पूरी तरह से निपटाया जा सके। कृषि विभाग को भी इसके लिए अधिक से अधिक प्रयास करने चाहिए। धान कटाई के दौरान नहीं बल्कि रोपाई के समय से ही इस प्रकार के जागरूकता अभियान शुरू करने चाहिए तो सरकार को भी ओर अधिक सख्ती बरतने की जरूरत है।

किसानों में आई है जागरूकता

किसान बलकार ने कहा कि पराली जलाने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के प्रति जागरुकता को लेकर दैनिक जागरण ने जो मुहिम चला रखी है, वो सराहनीय है। इससे भी काफी किसानों में जागरूकता आई है। इसके लिए दैनिक जागरण पराली न जलाने वाले किसानों को प्रशंसा पत्र भी देता है।

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