गेहूं उठान में रिश्वत मामले की जांच शुरू

जागरण संवाददाता, कैथल : नई अनाज मंडी के आढ़तियों के द्वारा सीएम को गेहूं के लदान में रिश्वत के मामले

By Edited By: Publish:Wed, 04 May 2016 07:40 PM (IST) Updated:Wed, 04 May 2016 07:40 PM (IST)
गेहूं उठान में रिश्वत 
मामले की जांच शुरू

जागरण संवाददाता, कैथल : नई अनाज मंडी के आढ़तियों के द्वारा सीएम को गेहूं के लदान में रिश्वत के मामले में की गई शिकायत की जांच शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री के कार्यालय से आए पत्र पर कार्रवाई करते हुए उपायुक्त ने शुगर मिल की निदेशक डॉ. सुभिता ढाका को जांच सौंप दी है।

ढाका ने बुधवार को अपने कार्यालय में कैथल में खरीद कर रही तीनों एजेंसियों हैफेड, वेयर हाउस, एग्रो के डीएम, डीएफएससी मोनिका मलिक, मार्केट कमेटी के सचिव संजीव सचदेवा, लदान का टेंडर लेने वाले ठेकेदार तथा शिकायत कर्ताओं को बुलाया गया। सभी से इस बारे में जानने के बाद अपना अपना पक्ष लिखित रूप से रखने के लिए 13 मई का दिन फिक्स किया है।

शिकायतकर्ता आढ़तियों रामकुमार, जसबीर, धर्म¨सह आदि ने बताया कि ठेकेदार कहते हैं कि उनके द्वारा पांच सौ ट्रक मंडी में उठान के लिए भेजे गए थे। इतने ट्रक मंडी में से एक लाख 60 हजार बोरी एकदम उठान कर सकते हैं और मंडी के अंदर लगभग 20 लाख बारी आती हैं तो ऐसी हालत में यदि एक चक्कर भी एक वाहन लगाए तो मात्र 12 दिन में ही सारा गेहूं उठ सकता है। इसके बाद खरीद का कार्य 9 अप्रैल से शुरू हुआ था, परन्तु खरीद की गई गेहूं की बोरियां आज तक नहीं उठी। इतना ही नहीं जब-जब मंडी से रिश्वत चली तो उस दिन एक एक लाख बारियों का उठान हुआ और जब रिश्वत कम हुई तो उठान भी कम हुआ।

उन्होंने बताया कि 16 अप्रैल को मंडी एसोसिएशन ने रिश्वत बिल्कुल बंद कर दी थी तो उस दिन मात्र 24 हजार ही बारियां ही उठ पाई। मंडी के अंदर खरीद एजेंसियों से उठान करवा कर किसानों के लिए जगह बनाना कमेटी का काम है, लेकिन रिश्वत के चलते वह भी यह कार्य करने में सफल नहीं रही। उन्होंने कहा कि नई अनाज मंडी में तैनात पुलिस कर्मचारी भी इस रिश्वत के खेल में शामिल है। वे ट्रक ड्राइवरों को स्याही लगे नोट देना चाहते थे, लेकिन उन्होंने इंकार कर मात्र लिखित शिकायत देने की कही। उसके बाद उस शिकायत पर भी कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि बेशक से मामला हमें कोर्ट में ही क्यों न ले जाना पड़े। अब मंडी के अंदर इस रिश्वत के खेल में शामिल सभी को उजागर करके रहेंगे।

वर्जन

यह गोपनीय मामला है। इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।

-डॉ.सुभिता ढाका, एमडी शुगर मिल व जांच अधिकारी।

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