..और जिन्हें सीट नंबर दिया, उन्हें बस में बैठाए बिना ही निकल गया रोडवेज बस चालक

जींद बस अड्डे पर सोमवार दोपहर बाद उस समय हंगामा हो गया जब हांसी-चंडीगढ़ रूट की बस उन यात्रियों को बस अड्डे पर ही छोड़ चंडीगढ़ के लिए निकल गई जिन्होंने काउंटर से सीट नंबर लिया था।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Dec 2019 07:20 AM (IST) Updated:Tue, 10 Dec 2019 07:20 AM (IST)
..और जिन्हें सीट नंबर दिया, उन्हें बस में बैठाए बिना ही निकल गया रोडवेज बस चालक
..और जिन्हें सीट नंबर दिया, उन्हें बस में बैठाए बिना ही निकल गया रोडवेज बस चालक

जागरण संवाददाता, जींद : जींद बस अड्डे पर सोमवार दोपहर बाद उस समय हंगामा हो गया, जब हांसी-चंडीगढ़ रूट की बस उन यात्रियों को बस अड्डे पर ही छोड़ चंडीगढ़ के लिए निकल गई, जिन्होंने काउंटर से सीट नंबर लिया था। रोडवेज बस चालक की लापरवाही की वजह से 43 यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी।

जींद डिपो की बस हांसी से जींद होते हुए दोपहर बाद ढाई बजे बस अड्डे से चंडीगढ़ के लिए निकलती है। हांसी से जब यह बस जींद के लिए चली तो परिचालक ने खाली सीटों की जानकारी बस अड्डे पर एडवांस बुकिग परिचालक को दे दी। परिचालक ने चंडीगढ़, अंबाला, पिहोवा जाने वाले यात्रियों को सीट नंबर दे दिए और बस में अपनी सीट नंबर के हिसाब से बैठने को कहा। जैसे ही बस बूथ पर लगी तो 50 से ज्यादा छात्र उसमें घुस गए और खाली सीटों पर कब्जा जमा लिया। बस में भीड़ इतनी हो गई कि जिन यात्रियों ने सीट नंबर लिया था, वह बाहर ही रह गए। ज्यादा भीड़ के कारण वह बस में नहीं चढ़ पाए और बस चल पड़ी। चालक बस को चंडीगढ़ के लिए लेकर निकल गया और यात्री पीछे से आवाज लगाते रहे गए।

चालक-परिचालक की जिम्मेदारी होती है यात्री को सीट दिलवाना

अगर यात्री ने बस अड्डे से एडवांस में पैसे देकर सीट बुक करवाई है और सीट नंबर लिया है तो चालक-परिचालक की जिम्मेदारी होती है कि यात्री को सीट दिलवाए। कायदे से सोमवार को जो वाकया हुआ, उसमें चालक-परिचालक को तब तक बस नहीं चलानी चाहिए थी, जब तक वह यात्री बस में नहीं बैठ जाते, जिन्होंने सीट नंबर लिया है। चंडीगढ़ जाने वाले सुभाष, राजीव, मनबीर ने कहा कि उन्हें चंडीगढ़ जाना था और इसके लिए काउंटर से सीट नंबर भी लिया, लेकिन चालक उन्हें बस में बैठाए बिना ही चंडीगढ़ के लिए बस लेकर चला गया। इसके कारण उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ी।

यात्रियों को दूसरी बस में बैठा किया रवाना

जिन यात्रियों ने सीट नंबर लिया था और वह बस में सवार नहीं हो पाए, उन्हें अगली बस में बैठाकर रवाना कर दिया गया। बस में छात्रों की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि चालक को पता ही नहीं चल पाया कि कौन बैठ गया और कौन बच गया। चालक को भी बोला गया है, आगे से ऐसी गलती नहीं करे।

--सूरजभान, बस अड्डा इंचार्ज, जींद

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