एनपीएस कर्मचारियों को हो रहे नुकसान की भी चिता करे सरकार : अनूप

पेंशन बहाली संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र धारीवाल और वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनूप लाठर ने कहा कि शराब ठेकेदारों को एक महीने में हुए नुकसान की तो सरकार को चिता है लेकिन एनपीएस कर्मचारियों को पिछले 14 सालों से हो रहे नुकसान की कोई चिता नहीं है

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 May 2020 09:00 AM (IST) Updated:Fri, 08 May 2020 09:00 AM (IST)
एनपीएस कर्मचारियों को हो रहे नुकसान की भी चिता करे सरकार : अनूप
एनपीएस कर्मचारियों को हो रहे नुकसान की भी चिता करे सरकार : अनूप

जागरण संवाददाता, जींद : पेंशन बहाली संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र धारीवाल और वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनूप लाठर ने कहा कि शराब ठेकेदारों को एक महीने में हुए नुकसान की तो सरकार को चिता है लेकिन एनपीएस कर्मचारियों को पिछले 14 सालों से हो रहे नुकसान की कोई चिता नहीं है। सरकारी कर्मचारियों ने सीएम के एक आग्रह पर 100 करोड़ रुपये कोरोना राहत फंड में दान तो दिए ही, साथ ही जान जोखिम में कोरोना महामारी के खिलाफ जंग भी लड़ी। इन कर्मचारियों को न्यू पेंशन स्कीम से जो नुकसान होगा, उसे लेकर सरकार को किसी तरह की चिता नहीं है। सरकार को चाहिए कि पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की जाए। अनूप लाठर ने कहा कि सरकार ने कर्मचारियों के महंगाई भत्ते, एलटीसी पर रोक लगा कर्मचारियों के साथ अन्याय किया है। शराब ठेकेदारों के एक महीने के हुए नुकसान के आंकलन के लिए तीन मंत्रियों की कमेटी गठित कर दी लेकिन 2006 से कर्मचारियों पर थोंपी गई बाजार आधारित पेंशन नीति से कर्मचारियों और सरकारी खजाने में हो रहे नुकसान पर आज तक चर्चा भी नहीं की। एनपीएस में जमा होने वाले करोड़ों रुपए का सीधा लाभ कहीं ना कहीं बड़े उद्योगपतियों को मिल रहा है। उन्होंने सीएम और डिप्टी सीएम से मांग की कि पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सरकार द्वारा उचित कदम उठाए जाएं।

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