आने वाली पीढि़यों के लिए लगाएं ज्यादा से ज्यादा पौधे : डॉ. राजबीर ¨सह

जागरण संवाददाता, जींद दैनिक जागरण की तरफ से चलाए जा रहे पौधे लगाएं वृक्ष बचाएं अभियान के

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Jul 2018 12:09 AM (IST) Updated:Fri, 27 Jul 2018 12:09 AM (IST)
आने वाली पीढि़यों के लिए लगाएं ज्यादा से ज्यादा पौधे : डॉ. राजबीर ¨सह
आने वाली पीढि़यों के लिए लगाएं ज्यादा से ज्यादा पौधे : डॉ. राजबीर ¨सह

जागरण संवाददाता, जींद

दैनिक जागरण की तरफ से चलाए जा रहे पौधे लगाएं वृक्ष बचाएं अभियान के तहत बृहस्पतिवार को राजकीय महिला कॉलेज में पौधे रोपे गए। मुख्य अतिथि चौ. रणबीर ¨सह विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. राजबीर ¨सह मोर व वन रेंज अधिकारी रणबीर ¨सह ने पौधे लगाकर अभियान का शुभारंभ किया। ¨प्रसिपल राजेश्वरी कौशिक ने भी इस दौरान पौधा लगाकर कॉलेज को हरा-भरा रखने की बात कही।

रजिस्ट्रार डॉ. राजबीर ¨सह ने इस मौके पर अपने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए कहा कि जहां उन्होंने अपने कॉलेज की पढ़ाई की, वहीं उन्हें पौधा लगाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। दैनिक जागरण के पौधारोपण अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि पर्यावरण मानव के लिए प्रकृति का अनमोल तोहफा है। हमारा भी कर्तव्य बनता है कि ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाकर आने वाली पीढि़यों के लिए इसे बचाकर रखें। केवल पौधा लगाने से ही जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती है, उसकी बड़ा होने तक देखभाल व रख-रखाव भी जरूरी है। इस दौरान रजिस्ट्रार ने कॉलेज प्रबंधन को फलदार पौधे भी लगाने का सुझाव दिया, ताकि छाया के साथ-साथ खाने के लिए फल भी मिले। इस मौके पर प्रो. वजीर खटकड़, डॉ. सुमिता आसरी, संदीप शर्मा मौजूद रहे।

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चैन की सांस लेनी है, तो लगाएं ज्यादा से ज्यादा पौधे

प्रकृति से मानव बहुत कुछ ले रहा है, इसलिए हमारा भी कर्तव्य बनता है कि हम भी उसके लिए कुछ करें। आज जिस गति से प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध दोहन हो रहा है, उसका असर हमारे दैनिक जीवन में दिखाई देने लगा है। लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। अगर खुले में चैन की सांस लेनी है, तो ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने होंगे। बारिश के सीजन में कॉलेज परिसर में ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए जाएंगे।

राजेश्वरी कौशिक, प्राचार्या राजकीय महिला कॉलेज, जींद

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पौधा लगा कर बनाएं खुशी के क्षणों को यादगार

प्रकृति की अनमोल संपदा को हमें व्यर्थ में नहीं जाया नहीं होने देना है। जन्मदिन, वर्षगांठ या कोई भी खुशी के क्षण को पौधारोपण करके यादगार बना सकते हैं। घर या आसपास जहां खाली जमीन हैं, वहां पौधे लगाएं, इससे पौधा बड़ा होने पर छाया भी मिलेगी। फलदार पौधे भी लगा सकते हैं, जिससे दो-तीन साल बाद फल मिलने लगता है। आमजन के साथ सामाजिक संस्थाएं भी अपनी अहम भागीदारी निभा सकती हैं।

रणबीर ¨सह, वन रेंज अधिकारी

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सबका है नैतिक कर्तव्य

आबादी के हिसाब से पेड़-पौधों की संख्या काफी कम है, जिससे प्रकृति का संतुलन बिगड़ रहा है। संतुलन को बनाए रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने की जरूरत है। यह काम अकेले सरकार या प्रशासन का नहीं है। आम आदमी का भी यह नैतिक कर्तव्य बनता है। परिवार में जितने सदस्य हैं, उसके हिसाब से हर साल एक-एक पौधा जरूर लगाएं। पर्यावरण बचेगा, तो मानव जीवन रहेगा।

भीम ¨सह चहल, उप प्राचार्य राजकीय महिला कॉलेज, जींद

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