रक्तचाप की नियमित जांच होनी चाहिए

नागरिक अस्पताल में शुक्रवार को विश्व हाइपरटेंशन दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीएमओ डा. शशिप्रभा अग्रवाल व डिप्टी सीएमओ डा. पालेराम कटारिया ने की। उनके साथ डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला भी उपस्थित रहे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 May 2019 07:10 AM (IST) Updated:Sat, 18 May 2019 07:10 AM (IST)
रक्तचाप की नियमित जांच होनी चाहिए
रक्तचाप की नियमित जांच होनी चाहिए

जागरण संवाददाता, जींद : नागरिक अस्पताल में शुक्रवार को विश्व हाइपरटेंशन दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीएमओ डा. शशिप्रभा अग्रवाल व डिप्टी सीएमओ डा. पालेराम कटारिया ने की। उनके साथ डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला भी उपस्थित रहे।

सीएमओ डा. शशिप्रभा अग्रवाल ने कहा कि पूरी दुनिया में उच्च रक्तचाप यानि की हाइपरटेंशन गंभीर समस्या बनी हुई है। आम भाषा में हम इसे उच्च रक्त चाप कहते हैं। उच्च रक्तचाप शांत ज्वालामुखी की तरह है, जिसमें बाहर से कोई लक्षण या खतरा नहीं दिखाई नहीं देता। परंतु जब यह ज्वालामुखी फटता है तो हमारे शरीर पर लकवा और हार्ट अटैक जैसे गंभीर परिणाम हो सकते हैं। धमनियों में रक्त के दबाव को बढ़ने को उच्च रक्त चाप कहते हैं। धमनियां शरीर में रक्त वाहिकाएं होती हैं, जो हृदय से रक्त को सभी अंगों तथा उत्तकों तक पहुंचाती हैं। डिप्टी सीएमओ डा. पालेराम व डिप्टी एमएम डा. राजेश भोला ने भी उच्च रक्तचाप के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ. कटारिया ने कहा कि हर इंसान को 30 साल की उम्र के बाद साल में कम से कम एक बार अपने रक्तचाप की जांच जरूर करानी चाहिए। इस मौके पर डायटिशियन डा. सुरेंद्र, स्टाफ नर्स सुमन, मनजीत शर्मा मौजूद रहे।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी