आर्य वैदिक पब्लिक स्कूल से पकडे़ दो सांप

संवाद सूत्र, सफीदों : भुसलाना गांव में बृहस्पतिवार को स्नेकमैन सतीश फफड़ाना ने एक निजी स्कूल से दो स

By Edited By: Publish:Fri, 29 May 2015 12:52 AM (IST) Updated:Fri, 29 May 2015 12:52 AM (IST)
आर्य वैदिक पब्लिक स्कूल से पकडे़ दो सांप

संवाद सूत्र, सफीदों : भुसलाना गांव में बृहस्पतिवार को स्नेकमैन सतीश फफड़ाना ने एक निजी स्कूल से दो सांपों को काबू किया।

सतीश की इस अनूठी कलां के किस्से आसपास व दूर दराज भी सुने जा सकते हैं। सतीश फफड़ाना ने बृहस्पतिवार को उपमंडल के गाव भुसलाना में स्थित आर्य वैदिक पब्लिक स्कूल के स्टोर रूम से दो बड़े-बड़े सापों को पकड़कर बच्चों में बने सांप के खौफ को दूर किया। सतीश फफड़ाना ने बताया बच्चन सिंह आर्य ने फोन कर वैदिक पब्लिक स्कूल भुसलाना में सांप होने की सूचना दी थी। उन्होंने गाव भुसलाना में पहुचकर करीब एक घटे की कड़ी मशक्कत के बाद स्कूल से दोनों सांपों को काबू कर लिया। पकड़ा गया एक सांप सात फूट लंबा तथा दूसरा चार फुट लंबा कोबरा प्रजाति का है। इस मौके पर पूर्व मंत्री बच्चन सिंह आर्य, स्कूल मुख्याध्यापक हवा सिंह, रामपाल, बैलीराम आदि मौजूद रहे।

पूर्व सीएम कर चुके हैं सम्मानित

स्नेकमैन सतीश ने बताया कि वह यह कार्य पिछले 14 वर्षो से कर रहा है, जिसका प्रशिक्षण उन्होंने मद्रास व तमिलनाडु के स्नेकमैन विशेषज्ञों से लिया है। उसने बताया कि उसके पास प्रतिदिन आधा दर्जन से अधिक जहरीले सापों को पकड़ने के लिए फोन आते हैं। वह प्रतिदिन 100 किलोमीटर तक की परिधि में स्थित गावों व नगरों में जाकर साप को पकड़ने का काम करता है। उसने बताया कि उसने आजतक साप को मारा नहीं है। वह साप को जिंदा पकड़ता है तथा पकडे़ जाने वाले जहरीले सापों को जंगलों में छोड़ देता है। उसके इस कार्य के लिए उसे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र ¨सह हुड्डा द्वारा लोगों की जान बचाने को लेकर वर्ष 2012 में सम्मानित भी किया जा चुका है। उसने यह भी बताया कि वे जहरीले सापों से काटे जाने वाले लोगों की जान बचाने के लिए अपने पास दवा भी रखते हैं।

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