बरसात के साथ हुई हल्की ओलावृष्टि से सरसों की फसल को हुआ भारी नुकसान

जागरण संवाददाता, झज्जर: बृहस्पतिवार एक बार फिर मौसम का मिजाज बदला, अलसुबह बरसात के साथ ह

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Feb 2019 11:29 PM (IST) Updated:Thu, 14 Feb 2019 11:29 PM (IST)
बरसात के साथ हुई हल्की ओलावृष्टि से सरसों की फसल को हुआ भारी नुकसान
बरसात के साथ हुई हल्की ओलावृष्टि से सरसों की फसल को हुआ भारी नुकसान

जागरण संवाददाता, झज्जर: बृहस्पतिवार एक बार फिर मौसम का मिजाज बदला, अलसुबह बरसात के साथ हुई हल्की ओलावृष्टि से सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ। स्थिति यह रही कि बुधवार रात से ही बादल गरजते रहे और बिजली कड़कड़ाती रही। जिसने किसानों की धड़कनों को तेज किए रखा। सुबह होते- होते तो आसमान से बरसात सरसों की फसल पर कहर बन गिरने लगी। कुदरती मार झेल रहे किसानों पर ¨चता साफ दिखाई दे रही हैं। किसान कभी अपनी फसल तो कभी आसमान की ओर देख रहा है। किसानों का कहना है कि सरसों की फसल के फूल नीचे गिर गए तो हवा चलने से पौधे भी नीचे गिर गए है। पूरी मेहनत बर्बाद होती हुई दिखाई दे रही है। करीब 13 एमएम हुई बरसात ने किसानों की पूरी मेहनत पर पानी फेर दिया है। शहर के अलावा बादली, माछरौली, बेरी, मातनहेल और साल्हवास क्षेत्र में भी बरसात के कारण फसलों को नुकसान हुआ है। मौसम विशेषज्ञ शुक्रवार को भी मौसम परिवर्तनशील रहने का अनुमान लगा रहे है। किसान भरत सैनी ने बताया कि सरसों के बालियां झड़ कर पौधे नीचे गिर गए है। हवा चलने से परेशानी और अधिक बढ़ गई हैं। क्योंकि खेतों में बनी नमी के कारण हवा चलने से पौधे नीचे गिर रहे है। --सरसों की फसल हुई चौपट बेरी: बुधवार की रात लगभग 2 बजे से क्षेत्र में रूक- रूक बूंदा-बांदी हो रही है। कई गांवों में हल्की ओलावृष्टि भी हुई है। जिसके चलते फसलों को काफी नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है कि गेहूं की फसल को तो कोई खास नुकसान नहीं है। लेकिन दिक्कत सरसों की फसल के लिए बनी हुई है। किसान र¨वद्र ने बताया कि सरसों के जिस फली पर ओले लगे है। वो बिल्कुल खत्म हो गई है। जिसके चलते पैदावार कम होगी और किसानों को नुकसान होगा। अधिक ओलावृष्टि से तो गेहूं की फसल भी प्रभावित होगी। किसानों का कहना है कि करीब सप्ताह भर पूर्व हुई बरसात और ओलावृष्टि से भी किसानों को काफी नुकसान हुआ था। अब फिर दोहरी मार पड़ रही है। --तेज हवाओं ने किया भारी नुकसान बादली: अलसुबह हुई बरसात का असर बादली के आसपास गांवों में भी देखने को मिला। दिनभर होती रही बूंदा-बांदी तो कभी हल्की बरसात के साथ हुई ओलावृष्टि से किसानों की सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ। बरसात के बाद तेज हवा चलने से कई क्षेत्रों में सरसों के पौधे झुक गए। जिसके चलते किसानों को अपनी मेहनत बर्बाद होती दिखाई दी। किसान बाल किशन ने बताया कि बरसात होने से गेहूं की फसल को तो फायदा है, लेकिन जो ओलावृष्टि हुई है। उससे सरसों की बालियां टूट रही है। जिससे किसान को आर्थिक और मानसिक दोनों रूप से परेशानी हो रही है। --तीस फीसद फसल को हुआ नुकसान संवाद सूत्र, माछरौली: क्षेत्र में भी आसमानी कहर से किसानों को काफी नुकसान हुआ। हल्की ओलावृष्टि ने किसानों की ¨चता को ओर अधिक बढ़ा दिया। किसान रमेश का कहना है कि अगर यूं ही ओलावृष्टि होती रही तो फसल बिल्कुल नष्ट हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी भी बीस से तीस फीसद फसल को नुकसान हुआ है। जिसके चलते परेशानी हो रही है। इसके अलावा बारिश होने से बिजली व्यवस्था भी बाधित रही। जिसके चलते दिनभर लोगों को अपने रोजमर्रा के कार्य निपटाने में परेशानी हुई। --- बारिश से गेहूं व सरसों की फसल से कोई भी नुकसान नहीं है। गेहूं की फसल के लिए तो यह बारिश वरदान साबित होगी। जहां पर जमीन में पानी का स्तर ऊपर है। वहां पानी भरने से गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है। ओले बड़े होते तो सरसों की फसल में भी नुकसान हो सकता था। लेकिन उन छोटे छोटे ओलों से सरसों की फसल में किसी तरह का कोई नुकसान नहीं है। अभी पूरी तरह सरसों की फली पक कर तैयार नहीं हुई है। इसलिए सरसों में भी कोई नुकसान नहीं है।

विष्णु, कृषि अधिकारी।

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