भीषण सड़क हादसे में युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव की भाभी और दो भतीजियों की मौत

स्कूटी पर सवार होकर अपनी दो बेटियों के साथ जा रही महिला को तेज रफ्तार ओवर लोड डंपर ने कुचल डाला। तीनों मां-बेटियों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई।

By manoj kumarEdited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 07:10 PM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2019 07:10 PM (IST)
भीषण सड़क हादसे में युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव की भाभी और दो भतीजियों की मौत
भीषण सड़क हादसे में युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव की भाभी और दो भतीजियों की मौत

बवानीखेड़ा/ भिवानी, जेएनएन। राष्ट्रीय कांग्रेस के यूथ कोआर्डिनेटर एवं प्रदेश यूथ सचिव दीपेश सारसर की सगी भाभी व दो भतिजियों की गांव जाटू लोहारी के समीप भीषण सड़क हादसे में बुधवार सुबह मौत हो गई। भिवानी-हांसी मुख्य मार्ग गांव जाटु लोहारी के नजदीक बुधवार स्कूटी पर सवार होकर अपनी दो बेटियों के साथ जा रही महिला को तेज रफ्तार ओवर लोड डंपर ने कुचल डाला। तीनों मां-बेटियों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। डंपर चालक डंपर को छोड़कर मौके से फरार हो गया। तीनों के शव चौ.बंसीलाल नागरिक अस्पताल लाए गए। बवानीखेड़ा पुलिस ने शवों के पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों के हवाले कर दिया।

राष्ट्रीय कांग्रेस के यूथ कॉडिनेटर एवं प्रदेश यूथ सचिव दीपेश सारसर ने बताया कि गांव जाटु लोहारी निवासी करीब उसकी भाभी 35 वर्षीय बबीता हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड स्थित सर्वपल्ली राधाकृष्णन स्कूल में कच्चे कर्मचारी के तौर पर कार्यरत्त थी। उसने अपनी दोनों बेटियों करीब 17 वर्षीय खुशी व 14 वर्षीया यामिनी को भी इसी स्कूल में दाखिला दिलवा रखा था। रोजाना वह अपनी दोनों बेटियों को गांव से स्कूटी पर लेकर स्कूल आती थी। बुधवार सुबह भी बबीता स्कूटी पर सवार होकर स्कूल के लिए निकली थी। भिवानी-हांसी रोड पर स्थित पीर बाबा की मजार के नजदीक पहुंची तो सामने से तेज गति से आ रहे ओवरलोड डंपर ने स्कूटी को टक्कर दे मारी।

हादसा इतना भीष्ण था कि मां व दोनों बेटियों की मौके पर मौत हो गई। डंपर चालक अपनी गाड़ी को मौके पर छोड़कर फरार हो गया। बवानीखेड़ा पुलिस ने मौके पर पहुंच कर घटनास्थल का निरीक्षण किया। शवों को भिवानी स्थित नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया। मृतिका के ससुर राजकुमार सारसर पंचायत समिति के पूर्व अध्यक्ष एवं कांग्रेसी नेता है और उनके देवर दीपेश सारसर कांग्रेस यूथ के नेता है। सबसे दुखदायी बात यह है कि बबीता के पति दीपक को कुछ समय पहले ही पैरालाइज होने से हाथ-पैर खराब हो गए थे। तीनों के शवों को गांव जाटू लोहारी ले जाया गया।

तीनों मां-बेटी का एक ही चिता में किया दाह संस्कार

तीनों मां बेटी के शवों का एक ही चिता में दाह संस्कार भी किया गया। इस दौरान वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम थी। अशक्त पति का रो-रो कर हाल बुरा था तो बुजुर्ग ससुर व पूरे परिवार का बुरा हाल था। दुख की इस घड़ी में लोग उन्हें ढाढ़स बंधाते नहीं थक रहे थे।

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