कुश्ती में मेडल जीतकर रोहतक की तनु कर रही पिता के सपने साकार, पीएम मोदी ने भी तारीफ

कुश्ती में मेडल जीतकर रोहतक की तनु पिता के सपने साकार कर रही हैं। तनु के पिता को गरीबी में छोड़नी पड़ी कुश्ती बेटी को बनाया अंतरराष्ट्रीय पहलवान। मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने किया तनु की प्रतिभा की प्रशंसा जिक्र।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Sun, 26 Jun 2022 04:14 PM (IST) Updated:Sun, 26 Jun 2022 04:14 PM (IST)
कुश्ती में मेडल जीतकर रोहतक की तनु कर रही पिता के सपने साकार, पीएम मोदी ने भी तारीफ
रोहतक की तनु पिता के सपने साकार कर रही हैं।

रोहतक, [रतन चंदेल]। कुश्ती में मेडल जीतकर रोहतक के माेखरा गांव की तनु अपने पिता के सपने साकार कर रही हैं। दरअसल, तनु के पिता राजबीर सिंह मलिक गांव में ही माडिया पहलवान के अखाड़े में कुश्ती करते थे। लेकिन घर की आर्थिक हालत कमजोर थी। जिसके चलते राजबीर ने पहलवानी छोड़ दी। 2002 में उनकी शादी भी हो गई। लेकिन उनका सपना देश व प्रदेश के लिए मेडल जीतने का था। जिसे अब उनकी बेटी तनु साकार कर रही है।

तनु ने न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मेडल जीत कर देश प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। 46 किलाेग्राम भार वर्ग में खेलने वाली तनु की कुश्ती प्रतिभा का जिक्र रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में किया। तनु यहां मदीना टोल के पास शिव शंकर व्यायामशाला में कोच सेवानिवृत सूबेदार संजय के पास प्रैक्टिस करती हैं।

पिता है बस ड्राइवर

मोखरा गांव में ही राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 12वीं कक्षा की छात्रा तनु के पिता राजबीर कलानौर में एक प्राइवेट स्कूल की बस चलाते हैं जबकि मां पूनम गृहणी हैं। 17 वर्षीय तनु ने अब तक अनेक मेडल जीत कर देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। वे अब कामनवेल्थ की तैयारी कर रही हैं। बेटी को मेडल जीतते देख पिता की खुशी का ठिकाना नहीं है। राजबीर का कहना है जो सपना उन्होंने देखा था, उसे अब बेटी पूरा कर रही हैं। 

विधायक व डीसी से हुई सम्मानित

तनु की कुश्ती प्रतिभा को देख महम के विधायक बलराज कुंडू ने पिछले साल पांच लाख 51 हजार देकर उन्हें सम्मानित किया। जिला उपायुक्त भी तनु को सम्मानित कर चुके हैं। तनु का लक्ष्य ओलिंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना है। इसके लिए वे रोजाना घंटों तक प्रैक्टिस करती हैं। टीवी पर आने वाले कुश्ती मुकाबलों को देखती हैं। विदेशी पहलवानों की टेक्नीक पर भी खासतौर पर फोकस करती हैं। कलाजंग दाव लगाना उनका मजबूत पक्ष है और इसी दाव पर वे प्रतिद्वंद्वी काे चित कर मेडल हासिल कर लेती हैं।

साक्षी मलिक को सम्मानित होते देख हुई प्रेरित

तनु के मुताबिक रियो ओलिंपिक में देश के लिए महिला कुश्ती में पहला कांस्य पदक जीतने वाली मोखरा गांव की पहलवान साक्षी मलिक का गांव में उस समय सम्मान समारोह किया गया। गांव में हुए उस समारोह में साक्षी मलिक को सम्मानित होते देखकर ही प्रेरणा मिली। उसके बाद तनु ने भी गांव में ही माडिया पहलवान के अखाड़े में कुश्ती करने के लिए जाना शुरू कर दिया।  

एक साल वहीं प्रैक्टिस की। फिर माडिया पहलवान की अनुमति से ही संजय कोच ने मदीना टोल के पास व्यायामशाला बनाई। तनु अब तीन साल से वहीं प्रैक्टिस कर रही है।

ये हैं तनु की उपलब्धियां

- 2022 में पंचकुला में हुए खेलो इंडिया गेम्स में गोल्ड मेडल

- 2021 में हंगरी में हुई वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल

- नेशनल में तीन बार गोल्ड मेडल जीते

- प्रदेश स्तरीय कुश्त में सिल्वर मेडल जीता

- जिला स्तरीय कुश्ती में गोल्ड जीता

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