हिसार के भगाना में धरना को लेकर जाटों व पुलिस में खींचतान, पूरा क्षेत्र बना छावनी

हिसार के भगाना मे धरना देने को लेकर पुलिस अौर जाट नेताओं के बीच खींचतान की हालत बनी हुई है। पुलिस व प्रशासन ने पूरे इलाके की नाकेबंदी कर रखी है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Tue, 27 Feb 2018 03:04 PM (IST) Updated:Tue, 27 Feb 2018 03:04 PM (IST)
हिसार के भगाना में धरना को लेकर जाटों व पुलिस में खींचतान, पूरा क्षेत्र बना छावनी
हिसार के भगाना में धरना को लेकर जाटों व पुलिस में खींचतान, पूरा क्षेत्र बना छावनी

जेएनएन, हिसार। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के सांगवान गुट के अांदोलन व धरने को लेकर खींचतान की स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने भगना मेें उस जगह को पूरी तरह ब्‍लाक कर दिया है, जहां जाटों ने साेमवार को धरना दिया था। मंगलवार को जाट आंदोलनकारी इस स्‍थान पर टेंट लगाकर धरना शुरू करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी। इससे जाट अब तक धरना शुरू नहीं कर पाए। जाट अब प्रशासन से धरना के लिए जगह उपलब्‍ध कराने की मांग कर रहे हैं।

हिसार के भगाना गांव में जाटों के धरने को लेकर प्रशासन सुबह से ही अलर्ट रहा। जिस जगह पर जाट समुदाय ने धरना देने का एलान किया था वहां पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया। पु‍लिस ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी और धरने के लिए प्रशासन की अनुमति नहीं होने का हवाला देकर धरना स्थल पर पहुंच रहे लाेगों को वापस लौटा दिया। जाट नेता हवा सिंह सांगवान ने प्रशासन और पुलिस के रवैये पर कड़ी आपत्ति जताई है।

भगाना पहुंचे जाट नेता हवा सिंह सांगवान।

बता दें कि आरक्षण आंदोलन के दौरान जेलों में बंद हुए युवाओं की रिहाई और आरक्षण दिए जाने की मांगों को लेकर जाट नेताआें ने 26 फरवरी से धरना देने का ऐलान किया था। 26 फरवरी को जाट आंदोलनकारी मय्यड़ में धरना देने पहुंचे तो वहां धरनास्‍थल पर प्रशासन में पानी भरवा दिया था। इसके बाद जाटोें ने साेमवार को भगना में धरना दिया। 

इस बार, आंदोलन का मोर्चा जाट नेता हवा सिंह सांगवान संभाल रहे हैं। जाट नेताओं ने हिसार के भगाना गांव के नजदीक खेतों में आज से धरना देने का एलान किया था। लेकिन, प्रशासन ने धरने से पहले ही मौके पर मोर्चा संभाल लिया। चारों तरफ से बैरिकेटिंग करके धरना स्थल को एक तरह से सील कर दिया गया है।

भगाना के पास मुस्‍तैद पुलिस।

जाट नेता हवा सिंह सांगवान ने हरियाणा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में इसके परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने इस निर्णय को सरकार का तुगलकी फरमान बताया है। हवा सिंह सांगवान ने कह कि आंदोलनकारी अपनी अगली रणनीति का जल्द खुलासा करेंगे। सांगवान ने कहा कि वह किसी भी सूरत में चुप नहीं बैठेंगे आैर जल्दी नई रणनीति के तहत आंदोलन को शुरू किया जाएगा।

भगाना धरना स्थल के पास पुलिस ने लगाया नाका, राहगीरों से भी पूछताछ

मंगलवार को धरना शुरू किए जाने से पहले ही पुलिस ने भगाना जाने वाले रास्ते पर नाका लगा दिया। इतना ही नहीं रामायण ट्रैक के पास धरने की जगह पर पुलिस ने बस खड़ी कर रास्ता रोक दिया। पुलिस ने भगाना अोर आने जाने वाले राहगीरों से भी पूछताछ करती रही। डीएसपी ने कहा कि भगाना में जिस खेत में धरना शुरु किया जाना था वहां जमीन के मालिक ने भी धरना देने के स्वीकृति नहीं दी है। साथ ही प्रशासन की ओर से भी किसी प्रकार की स्वीकृति नहीं है, ऐसे में धरना देने नहीं दिया जाएगा।

गौरतलब है कि सोमवार को सांगवान गुट के धरना जहां होना था वहां पुलिस प्रशासन ने पानी भरवा दिया था। धरने पर पहुंचने वाले लोगों को वापस जाने के लिए कहा। मगर जाट समुदाय के लोग सड़क पर दरी बिछाकर बैठ गए। इसके बाद एसडीएम खुद मौके पर पहुंचे और कहा कि सभी अपने घरों को लौट जाएं, लेकिन संघर्ष समिति के लोगों ने इस बात को नहीं माना। ऐसे में भारी पुलिस बल को बुलाया गया और फिर से समझाने का प्रयास किया गया। ऐसे में काफी देर तक तनाव का माहौल बना रहा।

इसे लेकर एक बैठक भी की गई जिसमें हवासिंह सांगवान की ओर से कहा गया कि मंगलवार को भगाना में धरना शुरू किया जाएगा। सांगवान गुट की तरफ से जाट आरक्षण को लागू करने के साथ जेल में बंद युवाओं को छोड़ने व केस खत्म करने की मांग की जा रही है। 

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दूसरी ओर, अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक का कहना है कि  धरना भाजपा नेताओं की ओर से करवाया जा रहा है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री के साथ समझौता हुआ था वह 31 मार्च के बाद ही आगे की रणनीति बनाएंगे।

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