LockDown के बावजूद सड़कों पर वाहन ले रहे जान, तीन दिन में चार की मौत

लॉकडाउन के बावजूद सड़कों पर वाहन देखने को मिल रहे हैं। ये वाहन लोगों को अपनी चपेट में ले रहे हैं। रोहतक में तीन दिन में चार लोगों की मौत हो चुकी है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 06 Apr 2020 08:01 PM (IST) Updated:Mon, 06 Apr 2020 08:01 PM (IST)
LockDown के बावजूद सड़कों पर वाहन ले रहे जान, तीन दिन में चार की मौत
LockDown के बावजूद सड़कों पर वाहन ले रहे जान, तीन दिन में चार की मौत

हिसार/रोहतक, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर दौडऩे वाले वाहन जानलेवा साबित हो रहे हैं। ऐसे वाहन इमरजेंसी का हवाला देकर बाहर निकल रहे हैं और खाली सड़क पर अधिक स्पीड से दौड़ाए जा रहे हैं। सोमवार को भी आइएमटी थाना क्षेत्र में क्रेटा सवार ने बाइक सवार दो लोगों को टक्कर मार दी, जिसमें दोनों की मौत हो गई। पिछले सप्ताह भी खरकड़ा के पास कार की टक्कर से दो छात्रों की मौत हो गई थी। हालांकि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर पुलिस शिकंजा तो कस रही है, लेकिन फिर भी वह कहीं न कहीं लोगों की जान के दुश्मन बने हुए हैं। 

इस्माईला गांव निवासी 34 वर्षीय सतपाल दोपहर के समय अपनी बाइक पर ज्वार का बीज लेने के लिए रोहतक गया था। जिसके साथ में गांव का ही रहने वाला 42 वर्षीय बनी ङ्क्षसह भी था। दोनों आइएमटी एरिया से होते हुए वापस लौट रहे थे। इसी दौरान गेट नंबर दो के पास बलियाणा गांव की तरफ से तेज रफ्तार क्रेटा गाड़ी आई, जिसने सीधा उनकी बाइक में टक्कर मार दी। जिसमें सतपाल और बनी ङ्क्षसह करीब 30 फिट दूर जा गिरे और गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन-फानन में उन्हें पीजीआइ में भर्ती कराया गया। जहां पर डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस मामले में सतपाल के भाई राजपाल की शिकायत पर क्रेटा चालक भालौठ निवासी पूर्ण और अशोक के खिलाफ आइएमटी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरोप है कि क्रेटा की स्पीड अधिक थी, जिस कारण यह हादसा हुआ है। बाइक सवारों ने हेलमेट भी पहन रखा था। फिर भी चोट अधिक लगने के कारण उनकी मौत हो गई। पुलिस ने कार चालक को हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि क्रेटा सवार किसी परिचित के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहे थे। 

दो युवकों की मौत से गांव में मातम 

हादसे का शिकार हुए बनी सिंह दो भाई बहन है। बनी खेतीबाड़ी करता था तथा उसके माता-पिता की कई वर्ष पहले मौत हो चुकी है। बनी की शादी करीब दस साल पहले हुई थी। उसकी दो वर्षीय बेटी लवन्या है। बनी की मौत के बाद उसकी पत्नी ज्योति और बेटी अकेली रह गई है। उधर, सतपाल का भी तीन वर्षीय बेटा प्रिंस है। इस हादसे के बाद दोनों के परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। गांव में भी शोक की लहर है। 

शुक्रवार को खरकड़ा बाईपास पर हुई थी दो छात्रों की मौत 

तेज रफ्तार के कारण तीन अप्रैल शुक्रवार को भी रोहतक-हिसार हाइवे पर खरकड़ा बाईपास पर भिवानी डिस्ट्रीब्यूटरी के पास दो छात्रों की मौत हो गई थी। दोनों छात्र खेत के किनारे खड़े थे। इसी दौरान तेज रफ्तार कार वहां पर आई और दोनों को टक्कर मार दी। दोनों को उपचार के लिए पीजीआइ में लेकर जाने लगे, जहां बीच रास्ते में अंचल ने दम तोड़ दिया, जबकि पीजीआइ में पहुंचने पर विक्रम की भी मौत हो गई थी। हादसे के बाद कार चालक वहां से भागने में कामयाब हो गया था। दोनों छात्र अपने परिवार में इकलौते बेटे थे। 

3721 वाहनों के काटे जा चुके हैं चालान 

लॉकडाउन के दौरान बिना वजह सड़कों पर वाहन लेकर निकलने वालों पर पुलिस सख्त कार्रवाई भी कर रही है। जिस दिन से लॉकडाउन हुआ है उससे लेकर अब तक करीब 3721 वाहनों के चालान काटे जा चुके हैं, जो यातायात नियमों का उल्लंघन करते पाए गए थे। इसके अलावा 430 वाहनों को जब्त किया गया है। 

लॉकडाउन की वजह से सड़के खाली है, जिस कारण तेज रफ्तार की वजह से यह हादसा हुआ है। कार चालक को पकड़ लिया गया है, जिससे पूछताछ की जा रही है। 

- प्रशिक्षु आइपीएस नितिश अग्रवाल, थाना प्रभारी आइएमटी 

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