PM Kisan Samman Nidhi: प्रधानमंत्री मोदी ने की फतेहाबाद के किसान हरि सिंह से बात, की प्रशंसा

PM Kisan Samman Nidhi प्रधानमंत्री मोदी ने किसान सम्‍मान निधी योजना के तहत किस्‍त जारी करने के दौरान देश के कई किसानों से वीसी से बात की। इसमें हरियाणा से एकमात्र किसान फतेहाबाद जिला के नाढ़ोड़ी निवासी हरि सिंह से बातचीत की और उसकी खेतीबाड़ी बारे हालचाल जाना।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 25 Dec 2020 02:59 PM (IST) Updated:Fri, 25 Dec 2020 02:59 PM (IST)
PM Kisan Samman Nidhi: प्रधानमंत्री मोदी ने की फतेहाबाद के किसान हरि सिंह से बात, की प्रशंसा
PM Kisan Samman Nidhi yojna की ग्रांट जारी करने के दौरान पीएम मोदी से बात करते हुए किसान हरि सिंह

फतेहाबाद, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना की अगली किस्‍त वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक बटन दबाकर देश के 9 करोड़ से भी अधिक किसान लाभार्थियों के बैंक खाते में 18 हजार करोड़ रुपये हस्तांतरित किए। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर हरियाणा से एकमात्र किसान फतेहाबाद जिला के नाढ़ोड़ी निवासी हरि सिंह से बातचीत की और उसकी खेतीबाड़ी बारे हालचाला जाना।

प्रधानमंत्री को नाढ़ोड़ी निवासी हरि सिंह ने बताया कि वे चार भाई संयुक्त रूप से 35 वर्षों से खेती कर रहे हैं। उनके परिवार में 15 सदस्य है। संयुक्त परिवार में खेती करने की बात सुनकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनकी प्रशंसा की और कहा कि यह तो बहुत अच्छा अनुभव है कि आप चार भाई एक साथ रहकर खेतीबाड़ी कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरि सिंह से संवाद करते हुए प्रश्न किया कि वे किस प्रकार की खेती करते हैं।

इस पर हरि सिंह बताते हैं कि वे धान की खेती करते थे और धीरे-धीरे फसल विविधिकरण की ओर आगे बढ़ रहे हैं। अब उन्होंने दस एकड़ में बागवानी कर ली है, जिनमें से 3 एकड़ में नींबू व 7 एकड़ में अमरूद का बाग लगाया हुआ है। प्रधानमंत्री द्वारा उनकी फसल के दिल्ली मंडी में बेचने के सवाल पर हरि सिंह बताते हैं कि उन्हें दिल्ली जाने की जरूरत ही नहीं पड़ती, स्थानीय स्तर पर ही उनकी फसल बिक जाती है और उन्हें अच्छा पैसा मिलता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसान हरि सिंह द्वारा किए जा रहे फसल विविधिकरण की प्रशंसा की और कहा कि हरि सिंह ने पानी की बचत और जमीन को मजबूत करने के लिए जो विविधिकरण का तरीका अपनाया है, वह दूसरे किसानों को भी अपनाना चाहिए।

किसान हरि सिंह बताते हैं कि वे धान की फसल को छोडक़र फसल विविधिकरण अपना रहे हैं। उसमें राज्य सरकार भी उनक मदद कर रही है। मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत धान छोडक़र दूसरी फसल बोने के लिए राज्य सरकार से 7 हजार रुपये प्रति एकड़ सहायता राशि भी मिली है। उन्हें व उनके भाईयों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के तहत दो-दो हजार रुपये की दो किश्तें मिल चुकी है। इस अवसर पर वीडियो कांफ्रेंस में उनके साथ उपायुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ व उपकृृषि निदेशक डा. राजेश सिहाग भी मौजूद रहे।

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