सिरसा पहुंची मिट्टी सत्याग्रह यात्रा, मेधा पाटेकर समेत आंदोलनकारियों ने जेजेपी कार्यालय के सामने बनाया किसान चौक

मेधा पाटकर ने कहा कि मिट्टी को बचाने की जरूरत है। मिट्टी सत्याग्रह यात्रा एक यात्रा नहीं बल्कि चुनौती है जिसके बलबूते हमें कृषि कानून वापिस करवाने है। शहीद भगत सिंह ने जो कहा था वहीं महात्मा गांधी ने कहा था कि अहिंसा से कभी शोषण नहीं रूक सकता।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sat, 03 Apr 2021 02:41 PM (IST) Updated:Sat, 03 Apr 2021 02:41 PM (IST)
सिरसा पहुंची मिट्टी सत्याग्रह यात्रा, मेधा पाटेकर समेत आंदोलनकारियों ने जेजेपी कार्यालय के सामने बनाया किसान चौक
जेजेपी कार्यालय के सामने किसान चौक बनाते हुए आंदोलनकारी

हिसार, जेएनएन। तीन कृषि कानूनों के विरोध में सिरसा-मिट्टी सत्याग्रह यात्रा आज सुबह सिरसा पहुंची और गुरुद्वारा श्री दसवींं पातशाही में विश्राम किया। आज सुबह मेधा पाटकर ने यात्रा में मौजूद सभी सदस्यों की बैठक ली और यात्रा से संबंधित आगामी सफर को लेकर चर्चा भी की। इस दौरान उन्होंने सभी सदस्यों में जोश भी भरा। पाटेकर ने कहा कि आज मिट्टी को बचाने की जरूरत है। मिट्टी सत्याग्रह यात्रा एक यात्रा नहीं, बल्कि चुनौती है जिसके बलबूते हमें कृषि कानून वापिस करवाने है।

भगत सिंह स्टेडियम में मेधा पाटकर ने पत्रकारों से बात करते हुऐ कहा कि मिट्टी को बचाने की जरूरत है। मिट्टी सत्याग्रह यात्रा एक यात्रा नहीं, बल्कि चुनौती है जिसके बलबूते हमें कृषि कानून वापिस करवाने है। शहीद भगत सिंह ने जो कहा था, वहीं महात्मा गांधी ने कहा था कि अहिंसा से कभी शोषण नहीं रूक  सकता, न्यायालय से कभी अपेक्षा नहीं है।

इस सरकार में कोई संवेदनाएं नहीं है, इसलिए तो किसान आज सड़कों पर है। ऐसी सरकार की हमें जरूरत नहीं। हमारी लड़ाई कृषि कानून के खिलाफ है, धरती को बचाने की जरूरत है, जो जारी रहेगी। देश की स्थिति नाजुक है। आज भी वहींं नजर आ रहा है। प्रधानमंत्री तानाशाही रवैया अपनाए हुए  है। आज लोकतंत्र की सुरक्षा जरूरी है। दिल्ली बार्डरों पर किसानों का आंदोलन ऐतिहासिक है। इसलिए हम बीजेपी शासन के खिलाफ मिट्टी लेकर आए है, जो सिंघु पर ले जायेंगे। राकेश टिकैत पर हुऐ हमले पर कहा कि ये गलत हुआ है। राजस्थान सरकार जल्द से जल्द इस हमले के दोषियों को गिरफ्तार कर व उन्हें सजा दिलवाये।

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