महापंचायत के बाद अब आमरण अनशन की राह पर जल विवाद, पीरावाली के ग्रामीणों ने की ये घोषणा

जल विवाद में महापंचायत के विफल रहने के बाद नौ मजरे की पंचायतों के तेवर उग्र हो गये हैं और आरोपितों की गिरफ्तारी के माग को लेकर आमरण अनशन पर बैठने का ऐलान कर दिया है

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Jul 2018 04:37 PM (IST) Updated:Sun, 15 Jul 2018 04:37 PM (IST)
महापंचायत के बाद अब आमरण अनशन की राह पर जल विवाद, पीरावाली के ग्रामीणों ने की ये घोषणा
महापंचायत के बाद अब आमरण अनशन की राह पर जल विवाद, पीरावाली के ग्रामीणों ने की ये घोषणा

जेएनएन, हासी, हिसार : जल विवाद में महापंचायत के विफल रहने के बाद नौ मजरे की पंचायतों के तेवर उग्र हो गये हैं और आरोपितों की गिरफ्तारी के माग को लेकर आमरण अनशन पर बैठने का ऐलान कर दिया है

नौ मजरे की पंचायतों ने रविवार को धरना स्थल पर सोमवार से चार पंचायत प्रतिनिधियों के आमरण अऩशन पर बैठने का घोषणा कर दी। नौ मजरे की पंचायतों ने चेतावनी दी है कि अगर दो दिनों में पुट्ठी मंगल खा गाव के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो तीन गावों के सरपंच आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। पीरावाली के सरपंच प्रतिनिधि महेंद्र सिंह घोड़ेला ने कहा कि पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किये जाने से ग्रामीणों में आक्त्रोश है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने पंचायत में मामला नहीं सुलझने पर गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था। लेकिन महापंचायत के बेनतीजा रहने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नीहं की है। उन्होंने कहा कि नौ मजरे की पंचायतों ने सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया है कि सोमवार से चार ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठेंगे। गौरतलब है कि 13 जुलाई को पीरावाली गाव में जल विवाद को सुलझाने किये 21 गावों की महापंचायत हुई थी। लेकिन पंचायत में पुट्ठी मंगल खा की पंचायत द्वारा आरोपियों को पेश नहीं किये जाने पर नौ मजरे की पंचायतों ने महापंचायत का बहिष्कार कर दिया था। इसके बाद पीरावाली के ग्रामीणों फिर से धरने पर बैठ गये थे व पुलिस से आरोपियों पर कार्रवाई किये जाने की माग कर रहे हैं। महापंचायत के विफल रहने के बाद भी दो दिन बीत गये हैं लेकिन पुलिस ने किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। इससे रोष में आए ग्रामीणों ने सोमवार से आमरण अनशन पर बैठने का ऐलान कर दिया है। सरपंच प्रतिनिधि महेंद्र घोड़ेला ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर आमरण अनशन के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है तो फिर तीन गाव ढाणी पीरान, कुम्हारान व पीरावाली के सरपंच प्रतिनिधि भी आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे।

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