वित्तवर्ष समाप्ति के 20 दिन बाकी, निगम ने 1.36 लाख प्रॉपर्टी मालिकों को अब तक नहीं भेजे नोटिस

नगर निगम अब 1.36 लाख प्रॉपर्टी मालिकों को नोटिस थमाएगा। जबकि प्रॉपर्टी टैक्‍स से ही निगम की हालत सुधरती है प्रॉपर्टी टैक्स नोटिस बांटने में देरी पर मेयर ने अफसरों से जवाब मांगा है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 12 Mar 2020 12:40 PM (IST) Updated:Thu, 12 Mar 2020 12:40 PM (IST)
वित्तवर्ष समाप्ति के 20 दिन बाकी, निगम ने 1.36 लाख प्रॉपर्टी मालिकों को अब तक नहीं भेजे नोटिस
वित्तवर्ष समाप्ति के 20 दिन बाकी, निगम ने 1.36 लाख प्रॉपर्टी मालिकों को अब तक नहीं भेजे नोटिस

हिसार, जेएनएन। निगम की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए नगर निगम प्रशासन ने शहर के 1.36 लाख प्रॉपर्टी मालिकों को नोटिस थमाने की प्लानिंग की। इसके लिए करीब 30 लाख रुपये खर्चें भी जाने हैं, लेकिन वित्तवर्ष खत्म होने में मात्र 20 दिन शेष हैं लेकिन अभी तक नोटिस बंटना तो दूर उनको लेकर निगम में कोई ठोस प्लानिंग तक नजर नहीं आ रही है। जबकि मेयर की अध्यक्षता में हुई सब कमेटी में नोटिस बांटने का फैसला हुआ था। ऐसे में अब मेयर गौतम सरदाना ने अफसरों से जवाब मांगा है।

जानिये, क्यों हैं नोटिस बांटने की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में

मुख्यमंत्री ने 31 जनवरी तक साल 2010 से लेकर साल 2018-19 तक के गृहकर का एकमुश्त टैक्स भुगतान पर 100 फीसद ब्याज माफी दी है। उस समय निगम ने नोटिस नहीं बांटे। अब छूट खत्म हो चुकी है। एक अप्रैल से नया वित्तवर्ष के तहत साल 2020-21 का टैक्स भुगतान होना है। नया वित्तवर्ष शुरू होने में मात्र 20 दिन शेष हैं, जिसमें नोटिस बांटने से लेकर भुगतान तक प्लानिंग कर रहे हैं। लेकिन भुगतान संभव नजर नहीं आ रहा है। बावजूद इसके निगम जनता के इस कार्य पर करीब 30 रुपये खर्चने की तैयारी में है। इस कार्य की जिम्मेदारी उसी कंपनी को सौंपी गई है, जिसके माध्यम से 5 हजार बैलेंस सीट शून्य हुई थी।

निगम बड़े बकाएदारों से भी नहीं वसूल पाया टैक्स

निगम अफसरों साल 2018-19 के बड़े बकाएदारों से प्रॉपर्टी टैक्स भुगतान नहीं करवा पाए। केवल टेंडरों पर ही निगम अधिकारियों का फोकस बना हुआ है। जबकि शहर में प्रॉपर्टी टैक्स के बड़े बकाएदार हैं। जिनसे करोड़ों रुपये का टैक्स वसूलना है। लेकिन उन पर भी अभी तक निगम पूरा ध्यान केंद्रित कर उन्हें भी नोटिस नहीं थमा पाया है। ऐसे में अब जनता के लाखों रुपये में नोटिस बांटने के नाम पर औपचारिकता मात्र ही नजर आ रही है।

डिमांड व कलेक्शन रजिस्ट्रर पर उठ रहे सवाल

निगम प्रॉपर्टी टैक्स के नोटिस भले ही बांट दे, लेकिन सूत्रों की मानें तो आज तक कंपनी सौ फीसद डिमांड व कलेक्शन रजिस्ट्रर दुरुस्त नहीं कर पाई है। ऐसे में नोटिस बंटने से कंपनी के साथ ही निगम अफसरों की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ सकती है। हालांकि यह मामला आगामी हाउस की बैठक में भी गूंजने की संभावना पैदा हो गई है।

शहर में प्रॉपर्टियां जिनसे लेना है टैक्स

शहर में कालोनियां         :     204

शहर में कुल प्रॉपर्टी     :     136666

रिहायशी प्रॉपर्टी         :     63310

कॉमर्शियल प्रॉपर्टी         :     9664

उद्योग             :     670

निगम बिङ्क्षल्डग         :     572

धर्म             :      286

कृषि एरिया        :      661

श्मशान             :     1

सरकारी बिङ्क्षल्डग         :     193

बागवानी प्रॉपर्टी        :     11

स्पेशल कैटेगिरी         :     1859

खाली प्लाट         :     49178

खाली कॉमर्शियल प्लाट     :     603

धर्मशाला             :     41

सरकारी संस्थान         :     32

संस्थान             :     363

मिक्स प्रॉपर्टी         :     9209

----कई दिन पहले कंपनी के माध्यम से प्रॉपर्टी टैक्स के बिल बांटने की बात हुई थी। अब तक बिल नहीं बंटे हैं। इस बारे में अफसरों से जवाब मांगा गया है। उनसे जानकारी ली जाएगी कि आखिरकार अभी तक बिल क्यों नहीं बंटे हैं।

- गौतम सरदाना, मेयर, नगर निगम हिसार।

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