पहली मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद कॉलेजों में उमड़ी विद्यार्थियों भीड़, जानें कहां कितनी कट ऑफ
पहली लिस्ट के तहत विद्यार्थियों का नाम जिस भी कालेज में आया है उन्हें उसमें दाखिला लेना होगा। दूसरी मेरिट लिस्ट में उनका नाम नहीं आएगा 8 जून तक विद्यार्थी फीस जमा करवा सकेंगें।
हिसार, जेएनएन। उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा सोमवार देर रात को काॅलेजों में दाखिले के लिए पहली मेरिट लिस्ट जारी करने के बाद मंगलवार की सुबह कॉलेजों में दाखिले के लिए विद्यार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी। सभी कॉलेजों में दाखिला लेने के लिए सभी उत्सुक नजर आए। सबसे ऊंची मेरिट गवर्नमेंट पीजी कालेज में बीकॉम की गई है, जो ऑल इंडिया कैटेगरी की 98.80 फीसद है। इस कालेज में सामान्य श्रेणी के 92.80 फीसद से कम अंक हासिल करने वाले विद्यार्थी का दाखिला पहली लिस्ट के तहत बीकॉम में नहीं हो सकेगा। यही नहीं, सभी कालेजों में इस बार सबसे कड़ा मुकाबला बीकॉम में दाखिले को लेकर ही है। डीएन कालेज में भी सबसे ऊंची मैरिट बीकॉम की ऑल इंडिया जनरल की 97.92 फीसद है।
86.80 फीसद से कम अंकों वाले सामान्य श्रेणी के विद्यार्थी का बीकॉम में दाखिला इस कालेज में भी नहीं होगा। एफसी कालेज में भी यही हाल है। यहां बीकॉम की मेरिट 97.60 फीसद अधिकतम रही और सामान्य श्रेणी की 70.80 फीसद से अधिक अंक हासिल करने वाली छात्राएं ही यहां दाखिला ले सकेंगी। जाट कालेज में बीए 75 फीसद से कम अंक वाले सामान्य श्रेणी के विद्यार्थी दाखिला नहीं ले पाएंगे। यहां बीए की अधिकतम मेरिट 95.40 फीसद रही।
गवर्नमेंट गल्र्स कालेज में बीए की मेरिट सबसे अधिक ऑल इंडिया कैटेगरी की 98 फीसद है। सामान्य श्रेणी की 84.83 फीसद से कम अंक हासिल करने वाली छात्रा का दाखिला यहां पहली मेरिट लिस्ट के अनुसार नहीं हो पाएगा। जिले के 23 कालेजों में बीए, बीकॉम और बीएससी सहित विभिन्न ग्रेजुएशन कोर्साें की करीब 14 हजार सीटों पर करीब 54 हजार विद्यार्थियों ने आवेदन किया हुआ था। पहली लिस्ट के तहत विद्यार्थियों का नाम जिस भी कालेज में आया है, उन्हें उसमें दाखिला लेना होगा। दूसरी मेरिट लिस्ट में दोबारा उनका नाम नहीं आएगा।