73 की उम्र में भी युवाओं जैसा जोश, सुबह चार बजे उठकर मरीजों को उपलब्ध करवा रहे हैं भोजन

हिसार के वेद प्रकाश ने सिविल अस्पताल के वार्ड नंबर 11 के पास रोजाना आते हैं और मरीजों को खाने के साथ फल और दूध भी उपलब्ध करवाते हैं। वेद प्रकाश ने बताया की जब तक शरीर साथ देगा तब तक वे सिविल अस्पताल में मरीजों की सेवा करते रहेंगे।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Fri, 21 Jan 2022 03:39 PM (IST) Updated:Fri, 21 Jan 2022 03:39 PM (IST)
73 की उम्र में भी युवाओं जैसा जोश, सुबह चार बजे उठकर मरीजों को उपलब्ध करवा रहे हैं भोजन
37 साल सिविल अस्पताल में सीएमओ, डिप्टी सीएमओ, ड्राइवर रहे हैं।

हिसार, जागरण संवाददाता। हिसार के धान्सू निवासी वेद प्रकाश 73 साल के हो चुके है। लेकिन इस उम्र में भी उनका बीमार लोगों की सेवा करने का जज्बा कम नहीं हुआ है। स्वास्थ्य विभाग में 37 साल ड्राइवर रह चुके वेद प्रकाश इस उम्र में भी सुबह चार बजे उठते हैं और उसके बाद गाड़ी में सवार होकर सीधे सिविल अस्पताल पहुंच जाते हैं। जहां मरीजों और उनके तीमारदारों को खाना उपलब्ध करवाते हैं। वेद प्रकाश ने बताया कि वर्ष 2008 से वे सिविल अस्पताल में सुबह शाम मरीजों को खाना उपलब्ध करवाते रहे है और यह अब भी जारी हैं।

डिप्टी सीएमओ के थे ड्राइवर

रोजाना सिविल अस्पताल के वार्ड नंबर 11 के पास रोजाना आते हैं और मरीजों को खाने के साथ फल और दूध भी उपलब्ध करवाते हैं। उनके इन प्रयासों से वार्ड नंबर 11, 12 में और अस्पताल में अन्य वार्ड में दाखिल मरीजों के तीमारदारों को और मरीजों को खाना खाने के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती। वेद प्रकाश ने बताया की जब तक शरीर साथ देगा, तब तक वे सिविल अस्पताल में मरीजों की सेवा करते रहेंगे। ऐसा करने से उन्हें आत्मिक शांति मिलती हैं। उन्होंने बताया की वे गरीब लोगों के बीमार होने पर उनके स्वस्थ होने के लिए उन्हें हर संभव मदद देते हैं। साथ ही प्रयागराज गिरी संस्था में जाते हैं। और वहां भी मंदिर में सेवा करते हैं। वेद प्रकाश बताते हैं कि वे आजाद हिन्द फौज से जुड़े परिवार से है। उन्होंने बताया की द्वारका प्रसाद ने सिविल अस्पताल में मरीजों को खाना देना शुरु किया था। प्रयाग गिरी की तरफ से उपलब्ध करवाया जाता है। वेद प्रकाश ने बताया की वे रोजाना गांव से शहर में पहुंचते हैं। वे 37 साल सिविल अस्पताल में सीएमओ डिप्टी सीएमओ, ड्राइवर रहे हैं।

कोरोना काल में जरूरतमंद लोगों की मदद की

वेद प्रकाश ने बताया कि वे सिविल अस्पताल में 2008 में रिटायर हो गए थे। 2012-13 में धान्सू पीएचसी में मरीजों को लाने ले जाने में एंबूलेंस सेवा प्रथम रही थी। उस दौरान उन्होंने एंबूलेंस में मरीजों को लाने ले जाने में अहम भूमिका निभाई थी। वेद प्रकाश ने कोरोना काल में भी जरूरतमंद लोगों की मदद की है। साथ ही कोरोना मरीजों के दाह संस्कार करवाने में अहम भूमिका निभाई है। मानव सेवा समिति से जुड़कर हर दूसरे रविवार को 9 से 12 बजे तक गरीब परिवारों को जिनके कार्ड बने हैं, उन्हे राशन भी उपलब्ध करवाते है।

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